उत्तर भारत के एक घने जंगल के किनारे बसे एक छोटे से गांव में एक युवती, रिया, की रहस्यमयी गायबगी ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। इस घटना ने गांव में प्रचलित काले जादू, पुरानी मान्यताओं, और अनसुलझे राज़ों को फिर से जागृत कर दिया।
घटना का प्रारंभ
साल 2023 के अंतिम महीनों में रिया, एक सामान्य लड़की, अचानक गायब हो गई। उसकी खोज के लिए स्थानीय पुलिस, गांव के बुजुर्ग और अंधविश्वासी लोगों ने मिलकर प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। गायब होने वाले दिन घर पर काला धुंआ और बिजली गिरने जैसी अजीब घटनाएं हुईं। साफ-सफाई के दौरान हवेली की खिड़की से काली परछाई की भी कई बार दृष्टि मिली।
गांव में फैले काले जादू के कयास
गांव में मानना था कि रिया ने किसी गुप्त समूह के साथ छेड़छाड़ की थी जो काले जादू में लिपटा था। हवेली के आस-पास मिले पुरालेख पन्नों में ‘मृत्युमंत्र’ नामक काला जादू लिखा था, जिसका प्रयोग अंधकार में किया जाता है।
गुमशुदा जादुई किताब और संदूक
रिया के कमरे से एक जादुई किताब गायब मिली, जिसे पढ़ने वालों में भय और पागलपन देखा गया। वहीं तहखाने से एक संदूक भी गायब था जिसमें शैतानी प्रतीक और धार्मिक निर्माणियां थीं। जादू टोने के जानकारों ने कहा कि ये प्रतीक असाधारण और मानवता से परे शक्तियों को जगाने के लिए इस्तेमाल होते हैं।
पुलिस की रिपोर्ट और रहस्यमयी साक्ष्य
- हवेली के दरवाज़े पर इंसानी नहीं लगने वाले गाढ़े रंग की उंगलियों के निशान मिले।
- क्या ये निशान काले जादू या किसी अन्य भयानक शक्ति के प्रतीक हैं?
अजीब घटनाओं का सिलसिला
तीन महीने बीतने के बाद भी गांव में रिया की गुमशुदगी का सन्नाटा कायम है। रात में हवेली से अजीब सी चीखें सुनाई देती हैं और कई लोग वहां एक छाया महसूस करते हैं, जो एक वास्तविक अस्तित्व की तरह प्रतीत होती है।
रहस्य अभी भी बना हुआ है…
क्या रिया सच में काला जादू की साज़िश का शिकार हुई है? या वह स्वयं एक रहस्यमय संसार में खो गई? यह कहानी अनसुलझी रह जाती है, साथ ही इन सवालों की गूंज जंगल की हवा में आज भी सुनाई देती है।
सारांश: उत्तर भारत के एक सुनसान गांव में एक युवती की रहस्यमयी गायबगी ने काले जादू, पुरानी मान्यताएँ और अनसुलझे रहस्यों को जन्म दिया। घटना के दौरान अजीबोगरीब घटनाएं हुईं, जादुई किताब और संदूक गायब हुए, और Haveli के आसपास इंसानी नहीं दिखने वाले निशान मिले। यह मामला रहस्यमय और भयानक कथाओं का केंद्र बना हुआ है, जिसका सच अब भी प्रकट नहीं हो पाया है।
