
Summary: एक गांव में गायब हुए युवक रोहित की रहस्यमय कहानी, जिसमें जुड़ी है एक पुरानी हवेली और काला जादू। गांव में भय और रहस्य का साया छाया हुआ है, जो आज भी लोगों को डराता है।
गांव की अमर कहानी
उत्तर भारत के एक छोटे से गांव में स्थित, जहां पुराने रिवाज और अंधविश्वासों का गहरा असर है, एक ऐसा रहस्य छुपा है जो सदियों से गांव के लोगों के मन पर व्याप्त है। गांव की सैकड़ों साल पुरानी हवेली में अजीब घटनाएं घटती रहती हैं, जो लोगों में भय की भावना जगाती हैं।
हवेली और उसका काला जादू
हवेली के मालिक, एक बूढ़े साधु, जिन्हें लोग पंथी और जादूगर कहते थे, एक दिन अचानक गायब हो गए। उसके बाद हवेली में भयानक अनुभव होने लगे, जैसे:
- अजीब आवाज़ें सुनाई देना
- छायाओं का दिखना
- अदृश्य शक्तियों का प्रभाव
रोहित का रहस्य
रोहित, एक युवक जिसने साहस दिखाकर हवेली की जांच करने की ठानी, उसी रात गायब हो गया। उसकी जेब से निकला संस्कृत में लिखा एक पुराना पन्ना, जो किसी जादुई मंत्र जैसा प्रतीत होता था, इस कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
गांव की प्रतिक्रिया और गतिविधियां
पुलिस ने मामले को नजरअंदाज कर दिया, पर गांव वाले हवेली के पास अंधेरे में सुनाई देने वाली हंसी और फुसफुसाहट से आतंकित थे। युवाओं द्वारा लगाए गए कैमरे भी रहस्यमय तरीके से खराब हो गए।
भूमिगत सुरंग और पुराना पंथ
गांव के बुजुर्ग ने इस हवेली के नीचे मौजूद एक भूमिगत सुरंग का खुलासा किया, जहां एक खौफनाक पंथ काला जादू करता था। यह सुरंग और पंथ इस रहस्य को और भी गहरा बनाते हैं।
अंत में
रोहित की गुमशुदगी के पीछे का सच अभी भी अंधकारमय है। गांव में एक ऐसा साया मंडरा रहा है जो हर पूर्णिमा की रात डर और रहस्य को बढ़ाता है। हवेली के पास जाने से सभी लोग बचते हैं, क्योंकि वहां है वह जो लौट कर नहीं आता।