
ट्रू क्राइम, यानी असली अपराध की कहानियां आजकल अत्यंत लोकप्रिय हो रही हैं। शोधकर्ता कैथरीन डी. कोडुटो ने इस विषय पर गहन अध्ययन किया है कि क्यों लोग इन भयावह, लेकिन मनोरंजक मामलों से खुद को अलग नहीं कर पाते। उनका कहना है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर इस प्रकार के कंटेंट की अधिकता ने इस चुनौती को और बढ़ा दिया है।
कैथरीन डी. कोडुटो की रिसर्च के मुख्य निष्कर्ष
- बार-बार अपराध की घटनाओं को देखने से मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- यह देखने से चिंता, डर, और अजीब मानसिक दबाव महसूस हो सकता है।
- जो लोग पहले से मानसिक तनाव का सामना कर रहे होते हैं, उनके लिए यह प्रभाव और भी गंभीर हो सकता है।
अच्छी मानसिक सेहत के लिए सुझाव
इस अध्ययन के अनुसार, ट्रू क्राइम कंटेंट को देखने का तरीका समझदारी से अपनाना आवश्यक है ताकि हम अपनी मानसिक शांति और स्वस्थ जीवनशैली को बना कर रख सकें।
संक्षेप में, ट्रू क्राइम देखना मनोरंजक होने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है। इसलिए, इसका सेवन संतुलित और सावधानीपूर्वक करना चाहिए।