
Summary: यह कहानी एक रहस्यमयी गांव की पुरानी हवेली और वहां से गायब हुए युवक समीर के इर्द-गिर्द घूमती है। समीर ने काले जादू और गुप्त पंथ के रहस्यों को चुनौती दी, जिसके बाद उसकी अचानक और रहस्यमय तरीके से disappearance हो गई। इस घटना के बाद गांव में कई अजीब-ओ-गरीब घटनाएँ होने लगीं, जिनमें भय और रहस्य का अंश छिपा है।
गांव की पुरानी हवेली और उसकी डरावनी छवि
एक छोटे से गांव में, एक पुरानी हवेली मौजूद है, जो घने पेड़ों से घिरी हुई है और वर्षों की बारिश से धुंधली हो चुकी है। यह हवेली गांव के प्रत्येक बुजुर्ग के लिए एक डरावना रहस्य है, जिसके पीछे अनगिनत कहानियां फुसफुसाती हैं।
समीर की रहस्यमयी गायब होने की घटना
तीन महीने पहले, समीर नामक एक युवक इस हवेली में गायब हो गया। वह काले जादू और स्थानीय सिद्धांतों को चुनौती देने के लिए जाना जाता था। घटना वाली रात के बाद उसे किसी ने देखा नहीं।
हवेली में हुई असामान्य घटनाएं
- हवेली के चारों ओर अजीब काले निशान देखे गए, जो किसी छाया की अंगुली के जैसे थे।
- गांव वालों ने दबे हुए आवाज़ें, फुसफुसाहटें और दरवाज़ों की चरमराहट सुनी।
- हवेली के भीतर से ठंडी हवा के झोंके और चमकती हुई लाल आँखों की भनक भी मिली।
- पुलिस ने जांच की, लेकिन हवेली का माहौल इतना भारी था कि वे जल्दी वापस लौट गए।
समीर की खोज और डायरी
समीर को हवेली में एक पुरानी डायरी मिली, जिसमें काले जादू और गुप्त पंथ के रहस्य छुपे थे। हवेली की दीवारों पर प्राचीन और गूढ़ चित्र एवं लिखावट मिली, जिन्हें समझना कठिन था। गांव के कुछ बुजुर्गों का मानना था कि इस हवेली में एक प्राचीन पंथ दफन है जो भूतप्रेतों से जुड़ा है।
परिवार की अनुभूतियाँ और स्थानीय साधु की कार्रवाई
- समीर की बहन ने सपना देखा जिसमें समीर की आवाज़ फुसफुसाती थी।
- वहाँ एक धुंधली आकृति भी देखी गई जो गायब हो गई।
- एक स्थानीय साधु ने तांबे की तख्तियाँ लगा कर हवेली पर आयतें पढ़ीं, लेकिन वह भी इस रहस्य के सामने टिक नहीं पाया।
गुप्त संकेत और भविष्य की अनिश्चितताएं
गायब होने के बाद से, हवेली की दीवारों पर हर रात नए गुप्त संकेत उभरते हैं, जिन्हें कुछ बुद्धिजीवियों ने प्राचीन भाषा में पढ़ने की कोशिश की। ये संकेत अस्पष्ट हैं और इसके पीछे समीर की मदद या किसी और भयावह शक्ति की मौजूदगी बताई जाती है।
कहा जाता है कि हवेली के अंदर छिपा साया, जो अपने पैरों की छाया नहीं दिखाता, वापस लौट कर कभी आएगा।
अंत: कहानी के अंतिम हिस्से में, हवेली का दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराता है और एक सन्नाटा गूंज उठता है, जो रहस्य को और भी घना कर देता है।