एक छोटे गाँव की रहस्यमयी कहानी, जहाँ एक युवती, अंजली, अचानक लापता हो गई। वातावरण में गहराता सन्नाटा और पुरानी हवेली के काले जादू की अफवाहें इस घटना को और भी भयावह बना देती हैं।
गायब होने की रात का मंजर
अंजली के गायब होने की रात आसमान पर चांद नहीं था, केवल काले बादल छाए हुए थे। हवा में एक अजीब सी मंद फुसफुसाहट थी, जो कहीं से आ रही हो। आखिरी बार अंजली को उसके दोस्त ने हवेली की ओर जाते देखा था, जैसे कोई उसे आवाज़ दे रहा हो।
पुरानी हवेली और काला जादू
गाँव में पुरानी हवेली को काले जादू का केंद्र माना जाता है। हवेली की देवदार की लकड़ी से बनी झाड़-फ़ूंक की वस्तुएं अक्सर दुर्घटनाओं का कारण मानी जाती हैं। अंजली के दादा के पास भी ऐसी वस्तुएं थीं, जिससे शक बढ़ता है।
हवेली में अजीब आवाज़ें
गाँव के बुजुर्ग भी हवेली के अंदर जाने से डरते हैं। गायब होने के बाद वहां से चीखें, धीमा रोना और प्रेतों के तड़पने जैसी आवाजें सुनाई देने लगीं। पुलिस ने जांच की पर कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया।
गाँव में फैला भय और शक
समय के साथ गाँव में भय और शक की परतें गहरी होती गईं। अंजली के माता-पिता अभी भी उसकी वापसी का इंतजार करते हैं, लेकिन हर शाम हवेली के पास सन्नाटा इस बात का प्रतीक है कि रहस्य अभी अधूरा है।
अंतिम सवालें
क्या अंजली वास्तव में हवेली के भीतर है? क्या यह घटना काले जादू का परिणाम है या मनोवैज्ञानिक तनाव की उपज? गाँव की प्राचीन मान्यताएँ क्या सही साबित होंगी या कुछ और?
Summary: यह कहानी एक छोटे गाँव में एक युवती के रहस्यमयी गायब होने के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें पुरानी हवेली, काला जादू और अनसुलझे सस्पेंसेज शामिल हैं। घटना ने गाँव में भय और रहस्य को गहरा कर दिया है, जो आज भी बंद दरवाजों के पीछे छुपा हुआ है।
