
उत्तर भारत के एक छोटे गाँव में एक युवक की रहस्यमयी गायब होने की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। इस घटना में काले जादू और एक पुरानी हवेली के रहस्यों से जुड़े अजीब साये छिपे हैं।
घटना का सिलसिला
महीनों पहले उस ठंडी रात, जब गाँव में धुंध छाई हुई थी, युवक आशुतोष अपने घर से निकला। उसके बाद वह वापस कभी नहीं लौटा। आखिरी बार उसे उस जर्जर हवेली के पास देखा गया था, जहाँ एक अजीब प्रेतात्मा जैसी आकृति दिखी।
पुरानी हवेली और उसका अंधेरा इतिहास
वह हवेली सदियों से काले जादू और रहस्यमयी घटनाओं का केंद्र रही है। कई लोगों के अचानक गायब होने और मौत के किस्से इसी हवेली से जुड़े हैं। आशुतोष के गायब होने की रात हवेली के दरवाजे से तेज चरमराहट की आवाज़ आई, जिससे गाँव के बुज़ुर्ग भयभीत हो उठे।
जाँच और रहस्यमय खोजें
- पुलिस ने आशुतोष के घर से काले जादू और पंथ के संकेत वाले पत्र और अधलेखी किताबें बरामद कीं।
- जंगल में अजीब और डरावनी आवाजें सुनी गईं, साथ ही अमर बेल के पास जलती लाल आँखें देखी गईं।
- आशुतोष का मोबाइल फोन जंगल के किनारे बरामद हुआ, लेकिन उसमें से सभी फोटोज़ और वार्तालाप मिटा दिए गए थे।
परिवार और गाँव के विश्वास
परिवार के सदस्यों को अजीब सपने आने लगे हैं जिसमें वे आशुतोष को लकड़ी के फर्नीचर के बीच या भूरे साये के साथ फंसा हुआ देखते हैं। गाँव के बुज़ुर्ग मानते हैं कि उसकी आत्मा हवेली में फंसी हुई है।
अभी भी कई रहस्य बाकी
जाँच अधिकारी कहते हैं कि सच को जानने में अभी कई परतें खुलनी बाकी हैं। आशुतोष की गायब होने की घटना केवल एक अपराध से ज्यादा एक रहस्य है जो उस गाँव की हवा में अब भी गूंज रहा है।
संक्षेप में, यह कहानी एक युवक के रहस्यमयी गायब होने की है, जो गाँव में काले जादू की कथाओं और प्राचीन हवेली के साये के बीच कहीं खो गया है। यह रहस्य अभी भी अनसुलझा है और कई सवाल हवा में तैर रहे हैं कि क्या आशुतोष वापस लौटेगा या यह केवल एक अनसुलझा साया ही रहेगा।