
शिवपुर गांव में सोना नामक एक लड़की की रहस्यमयी गुमशुदगी ने एक पुराने काले जादू और गुप्त पंथ की कहानियों को फिर से जगाया है। अप्रैल 2024 के एक दिन सोना घर से निकली और फिर लौट कर नहीं आई, जिससे गांव में अंधेरे और भय का माहौल बन गया।
गांव की पुरानी हवेली, जहां कथित रूप से एक ज्ञानी रहकर काला जादू करता था, इस घटना का मुख्य केंद्र बनी है। हवेली के आस-पास अजीब आवाजें और नीले उजाले की झलक मनुष्यों के विश्वास और डर को और गहरा करती हैं। बुजुर्गों द्वारा सुनाई गई कहानी के अनुसार, इस हवेली में एक सुनियोजित हत्या हुई थी, जिसे वर्षों से दबा दिया गया था, और माना जाता है कि सोना भी वहीं बंद है।
पुलिस की जांच के बावजूद कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन गांव में खामोशी और डर का माहौल गहराता जा रहा है। संदिग्ध पुराने ग्रंथ मिलने से यह संभावना बढ़ गई है कि कुछ रहस्यमयी और भयावह घट रहा है, जिसमें ‘वापसी’ शब्द महत्वपूर्ण संकेत देता है।
मुख्य तथ्य
- लड़की की गुमशुदगी: सोना घर से निकली और कभी वापस नहीं आई।
- पुरानी हवेली: काला जादू और रहस्यमयी घटनाओं का केंद्र।
- गाँव की परंपराएं: डर और काले जादू से जुड़ी असाधारण कहानियां।
- संदिग्ध गतिविधियां: प्राचीन और रहस्यमयी किताबें मिली हैं, जिनमें ‘वापसी’ शब्द बार-बार आता है।
- अधूरी जांच: पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं है लेकिन सवाल बने हुए हैं।
इस घटना के साथ जुड़े प्रश्न आज भी अनसुलझे हैं – क्या सोना बच जाएगी? क्या वह हवेली के अंदर बंद है? और क्या यह पूरा मामला उस दफन राज़ की कहानी है, जिसे अब उजागर होना बाकी है? यह कहानी उस सन्नाटे में छिपे सच की तलाश करती है, जो गांव की हवाओं में गूंजता रहता है।
सारांश: शिवपुर गांव की एक लड़की की रहस्यमयी गुमशुदगी ने पुराने काले जादू और गुप्त पंथ की कहानियों को नए सिरे से जगाया है, जो डर और अंधकार के बीच एक घने साये की तरह बसी हुई हैं। इस रहस्य के पीछे छिपे सच को जाना अभी बाकी है।