
Summary: छोटे गांव की रहस्यमय घटना जिसमें एक युवक की अचानक गायबगी और उसके बाद काला जादू, प्राचीन पंथ तथा अलौकिक घटनाओं का रहस्य उजागर होता है।
गायब हुई युवक की दास्तां
सुनसान पहाड़ियों के बीच बसा एक छोटा सा गांव, जहां हवा भी कुछ कहती है, कुछ छिपाती है। गांव के लोग उस रात को कभी भूल नहीं पाते, जब रामलाल का बेटा, अर्जुन, रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। उसकी गुमशुदगी ने पूरे गांव के जीवन को अंधकार में ढक दिया।
पहले की अजीब घटनाएं
अर्जुन के गायब होने से पहले कुछ अजीब घटनाएँ हुई थीं। रात के सन्नाटे में छुप-छुप कर किसी की फुसफुसाहट और दूर कहीं से आती अनजान आवाजें। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि कुछ सप्ताह पहले ही गांव के पुराने मंदिर के पास एक काला जादू करने वाला व्यक्ति देखा गया था, जिसकी परछाई हवा में घूमती रहती थी।
रमेश की गवाही
रमेश, अर्जुन का सबसे करीबी दोस्त, कहता है कि उसने उस रात कुछ इंसानी नहीं देखा। “अर्जुन जंगल की ओर बढ़ा, अचानक पहाड़ी से भयानक चीख गूंज उठी, पर जब मैं पहुंचा, तो अर्जुन वहां नहीं था, केवल धीमी साँसों का एहसास था।”
पुलिस जांच और अफवाहें
पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला, लेकिन गांव में अफवाहें फैल गईं कि अर्जुन काला जादू और पथभ्रष्ट पंथों का शिकार हुआ था। बुजुर्गों ने बताया कि पहाड़ी पर दफन आत्माएं हैं जो जीवित लोगों को अपने जाल में फेंकती हैं।
अजनबी की चेतावनी
एक दिन गांव में एक अजनबी आया जिसने दावा किया कि उसने अर्जुन की आत्मा देखी है। उसने एक प्राचीन किताब दिखाई जिसमें काला जादू के चिन्ह थे। उसने कहा कि अर्जुन शारीरिक और आत्मिक रूप से इस दुनिया से दूर हो गया है।
गांव का भय और अंधकार
समय के साथ गांव के लोग भयभीत हो गए। जंगल की ओर जाने से बच्चे डरते, दरवाज़ों के नीचे रहस्यमय लाल निशान और कब्रगाह की पारानॉर्मल गतिविधि ने माहौल और भी भयानक बना दिया।
अंतिम सवाल
क्या अर्जुन की आत्मा कभी वापस लौटेगी? या वह उस रहस्य के बीच दफन हो गई? क्या पुराने विश्वास मिथक हैं या उनमें कोई सच्चाई छिपी है?
दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा।