
Summary: एक छोटे गांव की पुरानी हवेली में गायब हुए युवक मनोज की रहस्यमय कहानी, जो काले जादू और छुपे राज़ों में घरती है।
गायब होने का रहस्य
सर्द हवा की एक धीमी सरसराहट उस नन्हे से गांव को घेर रही थी, जहाँ हर कहानी में कुछ न कुछ छुपा हुआ लगता था। दिसंबर की एक घनी शाम मनोज, गांव का सबसे होनहार युवक, अचानक गायब हो गया। उसकी आखिरी नजर उस पुरानी हवेली पर पड़ी थी, जहाँ लोगों को अंधविश्वास और रहस्यों से भरी बातें मिली थीं।
पुरानी हवेली और काला जादू
गांव के बुजुर्गों का मानना है कि हवेली में सदियों पुराना काला जादू छुपा है, और जो भी प्रवेश करता है वह कभी वापस नहीं आता। मनोज अपनी बहन की खोज में, जो तीन महीने पहले रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी, उस हवेली में प्रवेश करता है।
हवेली का भयावह माहौल
हवेली के अंदर की स्थिति भयानक थी – जर्जर दीवारें, चरमराते दरवाज़े, और धुंध के बीच से एक धीमी आवाज़ सुनाई देती थी। मनोज द्वारा छोड़े गए निशान पर रक्त के छींटे और अजीब प्रतीक मिले, जो किसी पंथ के जादू की ओर इशारा करते हैं।
गांव की अफवाहें और पुलिस जांच
जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, गांव में अफवाहें फैल गईं कि अंधेरे में लाल आंखों वाली एक आत्मा ने मनोज को चुपचाप गांव से दूर खींच लिया। पुलिस की जांच बिना किसी सफलता के ठहर गई और लोग डर के मारे हवेली के पास जाने से बचने लगे।
अत्यंत रहस्यमय अंतिम दृश्य
कहते हैं कि हवेली में छुपा हुआ जादू इंसान की आत्मा को बांध लेने की ताकत रखता है। मनोज की असामयिक गायब होना, हवेली का रहस्य, और एक सुनसान रास्ता जिसे अब तक कोई पार नहीं कर पाया – ये सारे तथ्य मिलकर एक कुहरा बनाते हैं जिसे समझना मुश्किल है। दरवाज़े का चरमराना और उसके बाद सन्नाटा गूंज उठना इस कहानी को और भी भयानक बना देता है।
क्या होगा आगे?
क्या मनोज कभी अपने गांव लौट पाएगा या वह सदैव उस रहस्यमय जादू में फंसा रहेगा? इस अनसुलझी कहानी में दफन कई राज़ हैं, जिनका खुलासा केवल समय ही कर सकता है।