
Summary: एक छोटे गाँव की उस रात की कहानी जब एक बच्चा पुरानी, काले जादू से जड़ी हवेली के बाद से गायब हो गया और रहस्यमयी गहराइयों ने सबको दहला दिया।
रात की संदिग्ध चाँदनी और हवेली का रहस्य
वो रात थी जब चाँदनी भी घबराई हुई सी लग रही थी। झाड़ियों के बीच से आती हवा की सिसकियाँ और दूर से आती कुकुरमुत्तों की भौंक, किसी अनहोनी की आहट दे रही थीं। छोटे से गाँव में, जहाँ लोग एक-दूसरे के घरों के दरवाजों तक के परिचित थे, अचानक एक अंधेरा छा गया था — ऐसा अंधेरा जो न केवल चारदीवारी के भीतर, बल्कि दिलों के अंधकार में भी छिपा हुआ था।
राजू का बेटा और “खूनी हवेली”
राजू का परिवार सोच ही नहीं सकता था कि उसका बेटा, जो विगत तीन दिनों से गायब था, अब उनके सामने वापसी नहीं करेगा। एक महीने पहले राजू के बेटे ने एक पुरानी हवेली के पास खेलने की इच्छा जताई थी — वह हवेली जिसे गाँव वाले सालों से “खूनी हवेली” के नाम से जानते थे। कहते हैं, वहाँ रात होते ही अजीब-अजीब आवाजें आती थीं, और हवेली की खिड़कियाँ जैसे अपने आप चरमरा उठती थीं।
गायब होने की जांच और गाँव वालों की बातें
राजू ने बेटे के गायब होने की सूचना पुलिस को दी, लेकिन जवाब में सिर्फ यही मिला कि तालाब के किनारे आखिरी बार उसका बेटा खेलते देखा गया था। बचपन की सुनसान सड़कें और धुंध की ओट में छुपा हुआ गाँव की पुरानी हवेली, जैसे किसी ने पर्दा लगा दिया हो।
शुरुआत हुई जांच की, लेकिन धीरे-धीरे गाँव के लोग कुछ और ही बातें करने लगे। वे काले जादू, पुरानी मान्यताओं और एक रहस्यमयी पंथ की बात करने लगे, जो कई दशकों से छुपा हुआ था। कुछ लोगों ने दावा किया कि हवेली में एक जादूई किताब है, जो जो भी उसे खोलता है, उसके जीवन में अंधकार ला देती है।
हवेली के अंदर की घटनाएँ और राजू की हिम्मत
एक रात, गाँव के एक बुजुर्ग ने राजू को डराते हुए बताया कि उसने बेटे को आखिरी बार हवेली के अंदर जाते देखा है, और हवेली के अंदर से अजीब आवाजें आईं — मानो कोई पहली बार खुले दरवाजे से बाहर निकल रहा हो। बच्चे की वापसी न होना, उस हवेली की भयावहता को और बढ़ा गया।
दिन बीतते गए, पर राजू के दिल का धड़कना नहीं थमा। उसने खुद एक दिन उस हवेली के भीतर जाने का फैसला किया। हवेली का दरवाज़ा धीमे-धीमे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा। भीतर छुपी हुई वह पुरानी दुनिया अब उसकी आँखों के सामने थी, लेकिन हवेली की गलियाँ, दीवारें, और फर्नीचर कुछ और ही कहानियाँ बयान कर रहे थे।
जादूई किताब और रहस्यमयी शक्तियाँ
राजू को आवाजें सुनाई दीं, कुछ फुसफुसाते हुए, कोई अनसुलझे संकेत, और एक खराब पुराने कागज़ पर उलझी हुई रहस्यमयी लिपि। हवेली के अंदर एक कमरे के कोने में एक पुरानी किताब रखी थी — वह जादूई किताब। जैसे ही उसने उसे छुआ, कमरे में ठंडक फैल गई और उसे एक ऐसी छाया महसूस हुई, जो उसकी आत्मा को पकड़ कर अपनी ओर खींच रही थी।
अंधेरी दुनिया और सवाल
गाँव के रहस्य, काले जादू, और पंथ की अंधेरी दुनिया ने राजू के मन को घेर लिया था। उसने सोचा, क्या बेटा सचमुच सिर्फ गायब हुआ था? या वह उस भयावह डरावनी दुनिया का हिस्सा बन गया, जहाँ से लौटने का कोई नाम नहीं था?
हवेली के बाहर लौटते वक्त राजू की नजर अचानक एक कुरसी पर पड़ी — जैसे किसी ने हाल ही में उसे इस्तेमाल किया हो। उसने महसूस किया कि हवेली का साया अब सिर्फ दीवारों में ही नहीं, बल्कि उसके दिल में भी बस चुका है।
क्या सचमुच वह वापस आएगा?
क्या राजू की कहानी यहाँ खत्म हो गई? या उस हवेली के अंदर अभी भी कोई रहस्य छुपा हुआ है, जिसे कोई भी उजागर करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया? क्या वह गायब हुआ बच्चा अपनी आत्मा के साथ उस काले जादू के जाल में फंसा हुआ है?
इस कहानी के बीच में ही एक सवाल गूंजता रहता है — क्या सचमुच वह वापस लौटेगा? या गांव में दफन राज़ कभी सामने आएगा?
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