
Summary: इस कहानी में एक छोटे से गांव में हुई एक रहस्यमय मौत, एक प्राचीन पंथ, काला जादू और अंधकारमय घटनाओं का ज़िक्र है। गांव में बरगद के नीचे एक लड़के की लाश मिलने के बाद कई अजीब और डरावनी घटनाएँ होती हैं। स्थानीय किवदंतियों और पुरानी किताबों की मदद से इस रहस्य की तह तक पहुंचने की कोशिश की जाती है। लेकिन पंथ, काले जादू और गायब होने वाले लोगों का रहस्य अभी भी अनसुलझा है।
रहस्यमय घटनाओं का आरंभ
धुंध से घिरी सुबह में, गांव के सबसे पुराने बरगद के नीचे एक लड़के की बिना किसी निशान के मौत मिलती है, जिसके बाद गांव में भय का माहौल फैल जाता है। लोग मानते हैं कि उसकी आत्मा लौट आई है क्योंकि हत्या का राज़ कभी पता नहीं चला।
गांव में अंधकारमय घटनाएँ
- घर के दरवाज़े रहस्यमय तरीके से खुलना और बंद होना।
- अंधेरे में तालाब की ओर से सिसकियों की आवाज़ सुनाई देना।
- पेड़ों की छाया में मानव आकृतियों का दिखना।
प्राचीन पंथ और काला जादू
कुछ बुजुर्ग महिलाओं के अनुसार, गांव में एक प्राचीन पंथ था जो काले जादू और तंत्र-मंत्र से जुड़ा था। पंथ से बाहर आने वाले लोग अचानक गायब हो जाते थे या बरगद के नीचे मृत पाए गए।
अनजान प्राचीन ग्रंथ
हाल ही में मिला एक अनजान किताब जिसका पन्नों पर काली स्याही में अजीब प्रतीक और मंत्र हैं। ग्रामीणों को लगता है कि यह पंथ की चाबी हो सकती है, लेकिन इसे खोलने की हिम्मत किसी में नहीं।
पुलिस की जांच और रहस्यमय सुराग
पुलिस ने खोजबीन के दौरान बरगद के नीचे मिट्टी में छिपी एक पुरानी खोपड़ी पाई जिसके साथ अस्पष्ट अंक थे, जो शायद किसी कूट भाषा में लिखे गए थे।
बरगद का शापित वृक्ष का मिथक
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि बरगद “शापित वृक्ष” के रूप में जाना जाता है। इसके पास जाने वाले वापस नहीं लौटते और उनका मन विचलित होता है। इसकी गहराईयों में काले जादू के दांत छिपे हुए हैं।
अज्ञात आवाज़ और अनसुलझे सवाल
गांव की हवेली में रहस्यमय आवाज़ें गूंजती हैं और कई सवाल उठते हैं – क्या वह लड़का मर चुका है? क्या पंथ सच था? काले जादू की जड़ें कितनी गहरी हैं? और खोपड़ी क्या रहस्य लेकर आई है?
निष्कर्ष
यह कहानी प्रेम, धोखा, मृत्यु और रहस्यमय काले जादू की दुनिया में ले जाती है, जहां हर सच्चाई एक नए खतरे की तरफ संकेत करती है। क्या यह रहस्य कभी उजागर होगा या बरगद की छाया हमेशा के लिए छुपाए रहेंगे?