
Summary: एक छोटे गाँव में युवक अर्जुन की रहस्यमयी गायबगीरी ने सन्नाटा छा दिया है। काला जादू, पंथ, और पुराने किले के अंधेरे राज़ इस घटना के पीछे छिपे मुख्य सूत्र लगते हैं, जो गाँव वालों के दिलों में डर बनाए हुए हैं।
धुंध और रहस्य की शुरुआत
धुंध से घिरी उस अधजली सुबह, गाँव की गली संदिग्ध गुमसुम सी थी। पतझड़ की ठंडी हवाएँ पेड़ों की शाखाओं से टकरा कर अजीब सी खनक पैदा कर रही थीं। तभी, शीतल मंदिर के पास फैली कब्रगाह पर एक नई गुप्त खबर ने हलचल मचा दी – अर्जुन नामक युवक का अचानक गायब हो जाना।
अर्जुन की गुमशुदगी
लगभग दो सप्ताह पहले, अर्जुन बिना कोई सूचना दिए अचानक गायब हो गया। पहले गाँव वालों ने इसे उसकी खोजी प्रवृत्ति समझा, पर जब उसका कोई पता नहीं चला, तो चिंता ने बल पकड़ा।
गांव की अफवाहें और काले जादू की आशंका
गाँव में कानाफूसी शुरू हुई कि अर्जुन किसी पंथ की रैली में गया था या काले जादू के जाल में फंसा है। कुछ बुजुर्गों का कहना था कि अर्जुन की आखिरी झलक पुराने किले के पास मिली थी, जो अजीब घटनाओं का केन्द्र रहा करता था।
अज्ञात व्यक्ति और रहस्यमयी निशानियाँ
शाम को चौपाल में एक अज्ञात व्यक्ति ने काला धुआँ उड़ाते हुए जमीन में खोदी हुई निशानियाँ दिखाईं, जिनके बारे में उसने कहा –
“ऐसे निशानियाँ जो मौत और जीवन के बीच की डोर से जुड़ी हैं। जो लौट कर नहीं आता, उसका नाम भी मिट जाना तय है।”
अर्जुन के परिवार की व्यथा
अर्जुन की माँ ने कहा, “मेरा बेटा जादू-टोना करके अपने तौर-तरीकों को भूल बैठा।” माना जाता था कि उसने एक पुरानी जादूई किताब पढ़ी थी, जो किले के तहखाने से मिली थी। उसके व्यवहार में अजीब परिवर्तन दिखाई दिए।
पुरानी हवेली और अदृश्य छाया
पुरानी हवेली से रातों में अजीब आवाज़ें सुनाई देने लगी हैं। गाँव वाले मानते हैं कि कोई ऐसी छाया वहाँ भटक रही है, “जो कभी लौट कर नहीं आता।”
अजीब बीमारी और काले जादू का शक
हाल ही में आये एक अजीब बीमारी ने गांव में भय फैला दिया। मरीजों के मनोविकारों को देखते हुए कुछ लोगों का मानना है कि यह बीमारी भी अर्जुन की गायबगीरी और किले में छुपे काले जादू से जुड़ी हो सकती है।
पुलिस जांच और गाँव का भय
पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला, मगर गाँव में फैले सन्नाटे ने हर किसी को अपने घर की खिड़कियाँ भीतर से बंद करने को मजबूर किया। रातों में डरावनी घटनाएँ और रहस्यमयी आवाज़ें गाँव वालों के लिए एक भयावह अनुभव बन गई हैं।
अंतिम सवाल
क्या अर्जुन कभी लौटेगा? क्या उसके पीछे कोई गहरा काला जादू या पंथ है? या फिर पुराने किले में एक ऐसा राज़ दफन है, जिसे सामने आने के लिए समय चाहिए?
दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा।
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