
Summary: एक पुरानी हवेली के पीछे दबे भूले हुए रहस्यों और काले जादू की कहानियों में खोया एक युवक गायब हो जाता है।
गाँव की अनजानी बेचैनी
उस रात गाँव की हवा कुछ अलग थी। ठंडी, भारी, और जैसे किसी अनजानी बेचैनी की कहानी कह रही हो। चाँद की पीली आकृति पेड़ों के बीच छुपी हुई थी, और दूरी में एक पुरानी हवेली की खामोशी किसी दफ़न हुए राज़ का इशारा कर रही थी। यह वही गाँव था जहाँ पिछले कुछ महीनों में कई लोग रहस्यमय रूप से गायब हो गए थे। कोई पुलिस के संपर्क में नहीं था, कोई जांच नहीं हुई — बस एक रहस्यमय सन्नाटा, जो चारों तरफ धीरे-धीरे पसरा जा रहा था।
हवेली के खतरे
सुनने में आया था कि हवेली के आसपास अंधेरा घना था, और कभी-कभी वहां से मद्धम फुसफुसाहटें सुनाई देती थीं। कुछ बुजुर्गों का कहना था कि यह काला जादू हो सकता है, एक प्राचीन श्राप, जो उस जगह पर छाया हुआ था। लोग कहते थे कि जो भी उस हवेली के अंदर गया, वह वापस नहीं लौट पाया। “वो जो लौट कर नहीं आया” — यह कहानी गाँव के हर कोने में गूंजती थी, और हर किसी के चेहरे पर डर की परत चढ़नी शुरू हो गई थी।
अर्जुन की जिज्ञासा और साहस
इस कहानी का केंद्रबिंदु था एक युवक जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन को बचपन से ही रहस्यों और प्राचीन कथाओं में दिलचस्पी थी। उसकी इच्छा थी कि वह उन रहस्यों को सुलझाए, जो सदियों से इस गाँव में छुपे थे। पर जैसे-जैसे वह उस हवेली की ओर बढ़ता गया, गाँव की हवा और भी ठंडी होने लगी, और उसकी हर सांस जैसे ठहरने लगी। हवेली का दरवाजा धीरे-धीरे चरमराया, और अचानक सन्नाटा गूंज उठा।
हवेली के रहस्यमय अंदरूनी हिस्से
अर्जुन ने फिर भी कदम बढ़ाए। वह अंदर गया, वहाँ की दीवारों पर अजीबोगरीब निशान थे, जैसे किसी पुरानी गुप्त भाषा के संकेत। हर कदम पर शीतलता बढ़ रही थी, और उस रहस्यमयी हवेली से निकलने वाली आवाजें उसकी हिम्मत को तोड़ने लगीं। उसे लगा जैसे कोई उसकी हर हरकत देख रहा हो, उसकी आत्मा पर गहरी नजर रख रहा हो।
काले जादू के संकेत
एक कमरे की दीवार पर पुराने वृत्त, खून की धारियाँ, और विचित्र चित्र बने हुए थे, जो काले जादू के संकेत लगते थे। अचानक, अर्जुन का मोबाइल सेल सिग्नल खो गया, और हर तरफ अंधेरा घना हो गया। उसकी सांसें तेज हो गईं और डर उसकी हड्डियों तक पहुंच गया। उस नज़र के ऊपर जो छाया हवेली में मौजूद थी, उसे वह महसूस कर सकता था।
अर्जुन का रहस्यमय हादसा
सुबह जब गाँव वाले झिझकते हुए उस हवेली के बाहर पहुंचे, तो अर्जुन का कोई सुराग नहीं था। दरवाजा उल्टा खुला था, और अंदर से एक ठंडी हवा का झोंका बाहर निकला। कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने उस रात हवेली में चमकती हुई लाल आँखें देखी थीं, और फुसफुसाते स्वर सुने थे, जो कहते थे, “वापस मत आओ।” यह घटनाक्रम अब भी अपूर्ण और रहस्यमय है, और शायद कभी इसका कोई समाधान नहीं मिलेगा।
अंतिम सवाल और भय
क्या अर्जुन वास्तव में उस हवेली में काले जादू के मंदिर में फंसा? या वह खुद एक रहस्यमय संसार में खो गया, जहाँ से लौटना नामुमकिन है? हर सवाल के पीछे एक डरावना साया छुपा हुआ है, जो हमें याद दिलाता है कि कुछ राज़ दफन रहना ही बेहतर है।
ऐसी ही रहस्यमयी कहानियों के लिए जुड़े रहिए DEEP DIVES के साथ।