
Summary: यह कहानी एक लापता युवक अर्जुन और उस पर काले जादू के प्रभाव से ग्रस्त एक गांव की रहस्यमयी और डरावनी घटनाओं की है, जहां एक पुराने बरगद के पेड़ के नीचे छुपे रहस्यों ने गांव को डरा कर रखा है।
गांव में छाई अनजानी दहशत
गांव की गलियों में हवा के ठंडे फुहारे की तरह एक अनजानी दहशत गूंज रही थी। वह इलाका जो शांति के लिए जाना जाता था, अब काली रहस्यमय चादर तले दबा हुआ था। कुछ महीनों पहले अर्जुन नाम का युवक अचानक लापता हो गया, जिससे गांव में डर का माहौल बन गया।
अर्जुन का रहस्यमय लापता होना
सितंबर की ठंडी रात में अर्जुन, जो पुराने बरगद के पेड़ के पास मिला करता था, अचानक गायब हो गया। किसी को पता नहीं चला कि वह कहाँ गया या क्यों वापस नहीं आया। कई लोगों ने बरगद के नीचे से निकलती काली धुंध और ऐसी आवाजें सुनीं जो मानव भाषा से परे थीं।
बरगद के नीचे दफन प्रथा और काला जादू
गांव के बुजुर्गों और धार्मिक गुरु के अनुसार, बरगद के नीचे एक पुरानी और रहस्यमयी प्रथा दफन थी। उस स्थान पर काला जादू और प्राचीन मान्यताएं जीवित हो उठती थीं। गुरु ने पुराने ग्रंथों में छुपे उस राज़ का उल्लेख किया, जो अब सच्चाई के करीब लग रहा था।
गांव में फैला भय और अजीब घटनाएं
- रात में घरों से बाहर निकलने में लोग डरते थे।
- अर्जुन की बाइक बरगद के पास मिली, लेकिन वह कहीं नहीं था।
- दीवारों पर लाल स्याही से बने प्रतीक, जो कालरात्रि और पौराणिक चिन्हों से मेल खाते थे।
- गांव के शिक्षक ने बताया कि अर्जुन बरगद के नीचे किसी अज्ञात शक्ति से बात करता था।
- गांव में अनदेखी आवाज़ें, छायाएं और अजीबोगरीब घटनाएं बढ़ने लगीं।
रहस्य अब भी कायम है
अर्जुन की गुमशुदगी और बरगद के नीचे छुपा हुआ रहस्य वर्षों बाद भी गांव में एक डर कायम रखता है। लोग आज भी सोचते हैं कि क्या अर्जुन किसी दूसरी दुनिया में चला गया, या काले जादू ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। यह सवाल अनसुलझे हैं कि वायरल कहानियाँ सच हैं या काली माया का खेल।
रात की सन्नाटे में जब बरगद के नीचे की धुंधली परछाइयां दिखती हैं, तो गांव वालों के दिलों में डर बैठ जाता है कि कहीं वे परछाइयां उन्हें अपनी चपेट में न ले लें, और अर्जुन की वह खोई हुई हँसी, जो कभी वापस नहीं आई, कहीं अंदर छुपा एक साया तो नहीं जो लौट कर नहीं आता।