
असम सरकार ने बाल विवाह और अपराध को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, जिससे इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। वर्तमान में बाल विवाह की घटनाओं में काफी कमी आई है, जो कि सरकार की नीतियों और जागरूकता अभियानों का प्रत्यक्ष परिणाम है। इसके साथ ही अपराध दर में भी उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है।
सरकार के प्रयास और परिणाम
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि सरकार का प्रमुख उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और बाल विवाह को पूरी तरह से समाप्त करना है। पुलिस विभाग भी अपराधियों को पकड़ने और न्याय दिलाने में तेजी ला रहा है। पिछले कुछ महीनों में:
- बाल विवाह के मामलों में गिरावट दर्ज हुई है।
- जमानत अस्वीकार करने की संख्या बढ़ी है।
- सजायाफ्ता मामलों में वृद्धि हुई है।
सामाजिक प्रभाव और जागरूकता अभियान
यह पहल सिर्फ अपराधों को कम करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सामाजिक संरचना को मजबूत बनाना और बच्चों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करना भी है। सरकार ने विशेष अभियान शुरू किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- स्कूलों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता सत्र।
- गांवों में लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में शिक्षित करना।
- बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा हेतु समुदाय के साथ सहयोग।
इन प्रयासों के चलते, असम में बाल विवाह और अन्य अपराधों पर नियंत्रण पाया जा रहा है, जिससे बच्चों और समाज दोनों के हित में सकारात्मक बदलाव हो रहा है।