
जब गाड़ी गहरे जंगल के उस पुराने रास्ते से गुजर रही थी, तब शाम की आखिरी धूप पेड़ों के बीच से झांक रही थी। हवा में एक अजीब सी ठंडक थी, जो सिर के बालों तक सिहरन भर रही थी। वह गांव, जिसे लोग भुला चुके थे, छिपे हुए रहस्यों का एक अंधेरा अखाड़ा था। कहानियाँ थीं, जो हवाओं के साथ फुसफुसाई जाती थीं — वे बातें जो असली लगती थीं, पर सुनने पर एक ठंडी चमक लिए।
यह कहानी है उस जगह की, जहां एक युवक गायब हो गया, बिना किसी विदाई के। उसका नाम था अर्जुन — एक सामान्य सा लड़का, जो वहां के लोगों को आखिरी बार एक अजीब सी दहशत में छोड़ गया। कहा जाता है कि गांव की पगडंडी के अंतिम किनारे पर, एक पुरानी हवेली थी, जिसे स्थानीय लोग “खूनी हवेली” कहते थे। उसकी दीवारों पर खून के दाग लगते थे, लेकिन कोई कारण नहीं जानता था।
अर्जुन की कहानी उसी हवेली के करीब से शुरू होती है। कुछ दिनों पहले, उसने गांव के बुजुर्गों से सुनाई एक कहानी रिकॉर्ड की — कहानी उस काले जादू की, जो सदियों पहले वहां हुआ था। बताया जाता था कि हवेली के तहखाने में एक प्राचीन किताब दफन है, जिसमें काला जादू और रहस्यमय मंत्र लिखे हैं। अर्जुन को न जाने किस जज्बे में उसकी खोज का जुनून हो गया।
एक रात, जब पूरा गांव शांति से सो रहा था, अर्जुन की चुप्पी से सब चिंतित थे। अगले दिन वह गायब पाया गया — दरवाजा खुला मिला, लेकिन भीतर केवल सन्नाटा और हवेली की दीवारों पर अधोगति के निशान थे। लोगों ने कहा, “वो जो लौट कर नहीं आया”। लेकिन असली सच्चाई उससे भी गहरा थी। कुछ दिन बाद, गांव में अजीब घटनाएँ शुरू हो गईं —
- खून की बूंदों के निशान
- बिजली के झटके बिना कारण
- एक काली बूढ़ी महिला की परछाई जो हवेली के आसपास दिखती
शहर से आए जाँचकर्ताओं ने कुछ खोजा नहीं, फिर भी गांव की हवा में एक गूंजती दहशत बनी रही। अर्जुन के मोबाइल में मिली अंतिम कॉल रहस्यमय थी — सिर्फ एक शब्द: “मुक्ति”। लेकिन किससे? और कौन चाहता था उसे मुक्त?
कहानी का असली घमंड तब हुआ जब एक स्थानीय युवक ने हवेली के तहखाने में उतरने की हिम्मत दिखाई। उसकी वापसी कभी नहीं हुई। लोगों ने संकेत पाए — जादू के निशान, मंत्रों की फुसफुसाहटें जो उनकी आंखों के सामने खत्म होती दिखाई दीं।
दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराने लगा… और एक अनजानी साया वहां से निकलकर गायब हो गया। उस गांव में क्या वाकई कोई अलौकिक शक्ति मौजूद है? क्या अर्जुन और दूसरे वीरान हो चुके गांव वालों को कुछ रहस्यमयी ने अपने जाल में फंसा लिया?
ये सवाल आज भी हवा में तैर रहे हैं, उन किस्सों के बीच जिनमें सच्चाई और कल्पना का मिलना एक धुंधली परछाई के समान है। पहले से कहीं अधिक गहरा वो राज़, जिसे अब कोई खोलना नहीं चाहता। सुनने वालो के लिए… वह गांव अभी भी तन्हा है, और उसकी हवेली की खिड़कियां अभी भी रात के अंधेरे में खुलती हैं।
सारांश
यह कहानी एक रहस्यमयी गांव की है, जहां एक युवक अर्जुन अचानक गायब हो जाता है। गायब होने के पीछे छुपा है काला जादू और उस गांव की “खूनी हवेली” में दफन एक प्राचीन किताब। गांव में घट रही अलौकिक घटनाएं और रहस्यमय परछाइयां इस कहानी को और भी भयानक और दिलचस्प बनाती हैं। इस जगह का रहस्य आज भी अनसुलझा है, और वह गांव अब भी अपने राज़ों के साथ तन्हा है।