
सितंबर की ठंडी रातों में एक पुरानी हवेली ने अपने भीतर छुपा एक भयानक रहस्य उजागर करना शुरू किया, जिसने पूरे गांव को दहला दिया। यह हवेली वर्षों से वीरान थी, लेकिन अब वह अजीब घटनाओं का केंद्र बन गई थी, जिसमें काला जादू और प्राचीन घटनाओं का रहस्य छिपा था।
गांव के लोगों की मानना है कि हवेली के तहखाने में एक प्राचीन काला जादू की किताब दबी हुई है, जिसकी कहानियां जादूगरों के पुराने किस्सों को जीवंत कर देती हैं। उस रात हवेली के दरवाजे पर अजीब आवाजें सुनाई दीं और आसपास की गलियां अनजानी छायाओं से भर गईं। इस बीच एक युवक, अर्जुन, जो इस रहस्य की तह तक जाना चाहता था, अचानक गायब हो गया।
हवेली के अंदर की दुनिया एक रहस्यमय अंधकार में डूबी थी। मोमबत्ती की लौ विचित्र ढंग से डगमगाती रही और वहां के दीवारों में समय के बीते हुए साये फुसफुसा रहे थे। अर्जुन के मोबाइल से मिली आखिरी कॉल रिकॉर्डिंग में भी किसी ने उसके नाम की पुकार लगाई थी। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, यह हवेली कभी एक ऐसे पंथ का केंद्र थी जहां काला जादू होता था।
अर्जुन की गुमशुदगी के बाद, हवेली से ब्रिटिश कालीन घड़ी की टिक-टिक की आवाज भी सुनाई दी, जो बताती है कि यहाँ समय मानो थम सा गया हो। यह घटना गांव को दो भागों में बाँट गई—जहां कुछ लोगों ने इसे अफवाह माना, वहीं कईयों ने हवेली में छुपे डरावने सच को स्वीकार किया।
आज भी गांव की रातें भयावह हैं, और बच्चे ठंडी हवा से डरते हैं। सवाल अभी भी बने हुए हैं—क्या वास्तव में काला जादू और वह प्राचीन किताब कायम हैं? या यह घटना किसी दर्दनाक मौत का पर्दाफाश है जिसे छुपाया जा रहा है? अर्जुन की गुमशुदगी का रहस्य कभी सुलझ पाएगा या नहीं, यह अनसुलझा ही रहेगा।
सारांश
यह कहानी दर्शाती है एक पुरानी हवेली में घटित रहस्यमयी और डरावनी घटनाओं का वर्णन, जहां एक युवक की गुमशुदगी के पीछे काला जादू और पुराने पंथों का भयावह सच छिपा है। हवेली में छुपे रहस्यों और अनसुलझे सवालों ने पूरे गांव को दो हिस्सों में बाँट दिया है, और इस घटना ने एक भयानक इतिहास की गूँज को फिर से जागृत कर दिया है।