
Summary: एक पुरानी हवेली में गायब हुए युवक की डरावनी कहानी, जहां काले जादू और अनसुलझे रहस्यों की गूंज अब भी सुनाई देती है।
खूनी हवेली की दास्तां
सितंबर की काली रात में, एक पुरानी हवेली की दीवारों के बीच कुछ ऐसी दास्तां छुपी थी, जिसने पूरा गाँव सहमा दिया। उस हवेली में अजीबोगरीब आवाजें, अचानक बुझती दीपक और रहस्यमय छायाएं लोगों के मन में भय पैदा कर रही थीं। यह कहानी है आकाश नाम के युवक की, जो अपनी जिज्ञासा और साहस के लिए जाना जाता था, लेकिन जो उस रात हवेली के अंदर घुसते ही गायब हो गया।
गाँव में फैलती दहशत
आकाश के गायब होने से गाँव में दहशत फैल गई। हवा में गूंजते थे उसके छोरते कदम और मकान की टूटी खिड़कियों से छनती ठंडी हवा। लोगों ने बताया कि हवेली के अंदर कहीं गुप्त रूप से काला जादू किया जा रहा है, और वहां पर प्राचीन किताबें और पंथों से जुड़ी चीजें खोजी गईं। पर असली सच्चाई सामने आये बिना ही रह गई।
रहस्यों और खौफ की हवेली
हवेली के बाहर के सौम्य दिन भी सीधे खतरनाक रातों में बदल जाते थे। किसी ने देखा कि शव के निशान हवेली की ओर बढ़ते थे, पर वापसी के कोई संकेत नहीं थे। जिन लोगों ने आस पास जाकर देखा, उन्होंने कहा कि वहां के दरवाज़े धीमे-धीमे चरमराते हैं, और एक सन्नाटे के बाद, कभी-कभी अजीब-सी गूंज सुनाई देती है।
पुरानी कहानियाँ और रहस्यमय तथ्य
आकाश का परिवार और गाँव के बुजुर्ग पुराने किस्से बताते हैं, कि यह हवेली किसी पुराने अनसुलझे रहस्य की परतें छुपाए हुए है, जिसमें काला जादू और मृत्यु का अंधेरा पंहुचा हुआ है। एक जीवंत हिंसा और एक अनदेखी शक्ति के बीच टकराव की कहानी।
जिन्नात और छायाओं का खेल
तस्वीर धीरे-धीरे सामने आने लगी तो पता चला कि हवेली में किसी को जिन्नात और भूत-प्रेत की मौजूदगी पर विश्वास था। कई दिनों बाद कुछ वस्तुएं हवेली से बाहर मिलीं — आकाश की अंगूठी और एक पुरानी, काली किताब, जिस पर पलक झपकते ही छायाएं नाचती लगती थीं।
अंतिम सवाल और रहस्य का अंधकार
पर सबसे बड़ा सवाल था: आकाश आखिर कहां गया? क्या वह सच में काले जादू का शिकार हुआ, या किसी ने इसे जीवित रखा? और क्या यह रहस्य कभी उजागर होगा या हवेली अपने खौफ के साथ हमेशा के लिए चुप रहेगा?
दरवाजा फिर से चरमारा… और सन्नाटा गूंज उठा।