Summary: यह कहानी एक छोटे गाँव में एक लड़की सुमित्रा के अचानक गायब होने और एक पुरानी हवेली में छुपे काले जादू की रहस्यमय घटनाओं पर आधारित है। गाँव के लोग इस हवेली को लेकर भयभीत हैं और वहाँ अजीब आवाजें, रहस्यों और हत्या की खबरें फैल रही हैं।
कहानी का आरंभ
गर्मियों की एक धीमी साँझ एक छोटे से शांत गाँव में अचानक अजीब घटनाओं ने जन्म लिया। यह गाँव अपनी हरियाली और शांति के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन अब वह भय और रहस्य के घेरे में आ गया था। वर्षों से वीरान पड़ी एक हवेली अचानक चर्चा में आई। कहा जाता था कि वहाँ एक लड़की ने अपनी ज़िंदगी खत्म की थी, पर मौत की सच्चाई को कोई पक्का नहीं जानता था।
सुमित्रा की रहस्यमय उपस्थिति
लड़की का नाम सुमित्रा था। वह गाँव में चुपचाप और अलग-थलग रहती थी, पर उसकी आँखों में कुछ छुपा हुआ रहस्य था। एक बादल छाए हुए रात में, सुमित्रा उस रहस्यमय हवेली में चली गई और वह कभी वापिस नहीं आई।
हवेली की छुपी हुई बातें
गाँव वालों ने उसको ढूंढ़ा, लेकिन हवेली से कोई आवाज़ नहीं आई। दीवारों पर पुराने निशान उभरने लगे जो काले जादू के संकेत लगते थे। बताया गया कि सुमित्रा किसी रहस्यमय पंथ में फंस गई थी, जो मौत के बाद भी शरीर को नियंत्रित कर सकता था।
रहस्यमय घटनाएं और भय बढ़ना
- हवेली के पास साया गुज़रते देखा गया, जिसे बच्चों ने सुमित्रा की आकृति बताया।
- गाँव की रातें डरावनी हो गईं, अजीब आवाज़ों और अचानक मौसम की बदलाव से।
- बुजुर्गों ने हवेली की दीवार में छिपा एक पुराना दस्तावेज़ खोजा, जिसमें अनजानी भाषा में लिखा था।
हत्या की खबरें और मनोवैज्ञानिक तनाव
जैसे-जैसे समय बीता, गाँव में हत्या की खबरें भी सुनाई देने लगीं। लोगों में डर और संशय बढ़ गया कि क्या काला जादू हवेली की दीवारों के भीतर छुपा है। हर कोई अपने-अपने भय और संदेहों के घेरे में था।
अंतिम रहस्य और अनसुलझे प्रश्न
शाम होते ही हवेली के दरवाज़े पर अजीब चरमराहट हुई और वातावरण में सन्नाटा छा गया। कोई नहीं जानता कि उस दरवाज़े के पीछे क्या है। क्या सुमित्रा वापस लौटेगी या यह कहानी गाँव के इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगी?
इस रहस्यमय कहानी में अभी भी कई सवाल अनुत्तरित हैं। आने वाले समय में ही पता चलेगा कि इस हवेली की परतें कब खुलेंगी और वह छिपा साया कौन है जो वहाँ मंडरा रहा है।
