
यह कहानी एक छोटे से गांव की है, जहाँ 2023 की ठंडी रातों में एक रहस्यमयी हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया। निर्मल नामक किसान की अचानक गुमशुदगी और बाद में उसकी हत्या का पता चलते ही गांव में तनाव और अंधविश्वास फैल गया। हवेली के अंधकारमय गलियारों में अजीब शोर, काला जादू के कथित संकेत, और भूती-प्रेत की कहानियाँ इस घटना को और अधिक रहस्यमय बना देती हैं।
जांच के दौरान, पुलिस को एक पुरानी डायरी मिली जिसमें काला जादू और पंथ सम्बन्धी संदिग्ध संकेत थे। ये संकेत गांव के अशांत मनोबल और पुरानी रंजिशों को उजागर करते हैं, जिससे पता चलता है कि हत्या केवल हथियार के कारण हुई नहीं, बल्कि कुछ गहरे और जटिल कारण भी थे। हवेली में छुपे रहस्यमय चित्र और चुप्पी इस घटना के एक गुप्त समाज या पंथ से जुड़े होने की आशंका बढ़ाते हैं।
अंतिम रात को हवेली का दरवाज़ा चरमराता है, और घटनाक्रम के जो सत्य अभी तक उजागर हुए हैं, वे शायद सच का सिर्फ एक हिस्सा हैं। कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या यह घटना सामान्य हत्या है या फिर काले जादू और गुप्त पंथों की कहानी भी उसके पीछे है।
मुख्य बिंदु:
- निर्मल की रहस्यमयी हत्या: अचानक गायब होने के बाद खाई से उसका कंकाल मिलने तक की कहानी।
- हवेली और काला जादू: हवेली के अंधेरे गलियारों में अजीब घटनाएं और काला जादू के संकेत।
- पुरानी डायरी और पंथ के सुराग: डायरी में पाए गए अधूरे संकेत और पंथ से जुड़ी कहानियां।
- गांव की सामाजिक स्थिति: परिवारिक ताने-बाने, पुरानी रंजिशें और गांव के अशांत मनोबल का प्रभाव।
- गुप्त समाज का शक: हवेली में पाए दृश्यों और चुप्पी से जुड़े रहस्यमय संकेत।
सारांश: यह कहानी एक छोटे गांव की रहस्यमयी हत्या की गाथा है, जहाँ काला जादू, पुरानी रंजिशें और गुप्त पंथ के संकेत अंतर्द्वंद्व और भय का माहौल बनाते हैं। हवेली की छाया में छिपे राज़ अभी भी खुलने का इंतजार कर रहे हैं, जो इस हत्या के पीछे की सच्चाई को उजागर करेंगे।