
उत्तर भारत के एक छोटे से गांव में अर्जुन नामक युवक की रहस्यमयी गायब होने की कहानी, जो काले जादू और पुरानी मान्यताओं से जुड़ी हुई है, लोगों के लिए आज भी एक अनसुलझा रहस्य बनी हुई है। इस कहानी में गांव के बुजुर्गों, रहस्यमय बूढ़े व्यक्ति और पुरानी किताबें शामिल हैं, जिनसे गांव में भय और सदमा छाया हुआ है।
गायब होने की घटना
2019 में, अर्जुन नाम के युवक का जब अचानक जंगल में रहस्यमय तरीके से गायब होना शुरू हुआ, तो गांव में दहशत फैल गई। वह आखिरी बार जंगल के किनारे एक बूढ़े व्यक्ति के साथ देखा गया, जिसे गांव के लोग ‘कालपुरुष’ के नाम से जानते थे।
कालपुरुष और काला जादू
इस बूढ़े का गांव में एक डरावना कद्र था। कहते हैं, यह कालपुरुष काला जादू और प्राचीन मंत्रों का जानकार था, जो अपनी हवेली में फंसे हुए लोगों को अपनी चपेट में ले लेता। हवेली से निकली नीली लौ और अजीब आवाजें इसके काले जादू के प्रमाण मानी जाती थीं।
गांव की प्रतिक्रिया
अर्जुन की मां का दर्दगहरा सवाल था, “क्या मेरे बेटे पर कोई शाप है?” जवाब में गांव के लोग डर और शंका के साये के तहत चुप्पी साधे हुए थे।
खोज और रहस्यमयी किताब
जब गांव के कुछ युवक अर्जुन की खोज में निकले, तो उन्हें जंगल में काले जादू के मंत्रों वाली एक पुरानी किताब मिली। लेकिन इस किताब का एक पन्ना गायब था, जो शायद अर्जुन की वापसी का राज़ छुपाता था।
गांव की घबराहट और चुड़ैलों की विदाई
गांव की बुजुर्ग महिलाएं, जिनसे “चुड़ैल” कहा जाता था, गांव छोड़ने लगीं, यह दावा करते हुए कि दैवीय शक्तियां अर्जुन की मौत के पीछे हैं।
रहस्यमयी खिड़की और नीली लौ
रात के समय हवेली की खिड़की से कभी-कभी एक चेहरा दिखता था और कुछ मंत्रों की फुसफुसाहट गूंजती, जो इस घटना को और भी रहस्यमय बना देता था।
निष्कर्ष
यह कहानी न केवल अर्जुन की गायब होने की घटना बताती है, बल्कि उन रहस्यों को भी उजागर करती है जो हमें दिखाई नहीं देते। अर्जुन की वापसी आज भी एक अनसुलझा सवाल है, और यह कहानी हमें पुरानी मान्यताओं, भय, और अंधविश्वास के बीच छिपे हुए रहस्यों की याद दिलाती है।
सारांश: उत्तर भारत के एक छोटे गांव में अर्जुन नाम के युवक की रहस्यमयी गायब होने की कथा, जिसमें काला जादू, कालपुरुष, और पुरानी मान्यताएं शामिल हैं। गांव में फैली डरावनी कहानियां और रहस्यमय घटनाएं आज भी लोगों के दिमाग में सवाल पैदा करती हैं कि क्या अर्जुन वापस कभी लौटा या नहीं।