
गांव की एक धुंधली सर्दियों की शाम में, एक अनजानी चीख़ ने पुराने कुएं के पास सबको हिला दिया। वह जगह दशकों पुराने रहस्यों की गवाह थी, लेकिन उस रात कुछ ऐसा हुआ जो सब कुछ बदलकर रख गया।
गांव के बूढ़े व्यक्ति ‘शैतान सिंह’ के बारे में अफवाहें थीं कि वह काला जादू करता है। उसके अचानक गायब होने के बाद, उसकी हवेली के दरवाज़े पर लाल रेखाएं बनी हुई थीं, जो किसी प्राचीन पंथ के प्रतीक लगती थीं। गांव में फैलती अजीब आवाज़ें और गायब होने की घटनाएं इस रहस्य को और गहरा कर रही थीं।
एक किशोर ने हवेली के पास एक संदिग्ध धातु की बॉक्स मिली, जिसमें सदी पुरानी एक किताब थी। यह किताब बूढ़े आदमी के अतीत और गांव के काले रहस्यों को उजागर करती थी।
यह कहानी अंधेरे और डर के बीच छिपे रहस्यों की गूंज है, जो इस सवाल को जन्म देती है कि क्या ‘शैतान सिंह’ वाकई काला जादू करता था या वह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। गांव की मिट्टी में अब भी यह दफन राज़ जैसे महीनों तक जिंदा है, जिसका जवाब शायद समय ही दे सकेगा।
मुख्य बिंदु
- शैतान सिंह नामक बूढ़े व्यक्ति की रहस्यमयी गुमशुदगी।
- गांव के पुराने कुएं और उस जगह के छिपे रहस्य।
- हवेली पर बने लाल निशान और काला जादू के संकेत।
- संदीग्ध धातु बॉक्स में मिली सदी पुरानी किताब जो रहस्यों को उजागर करती है।
- गायब होने की घटनाएँ और गांव में फैलती अजीब आवाज़ें।
- यह सवाल कि बूढ़ा आदमी वाकई क्या था और क्या वह वापस आएगा।
सारांश: यह कहानी एक गांव में छिपे काले जादू और रहस्यों के बारे में है, जिनमें एक बूढ़े आदमी की गुमशुदगी और उसके पीछे के अनसुलझे रहस्य शामिल हैं। यह हमें भय और अंधकार के बीच छिपी अनदेखी सच्चाइयों से रूबरू कराती है।