
गांव में दफन राज़ एक ऐसी कहानी है जो ठंडी हवाओं और सन्नाटे के बीच जिंदा रहती है। यह कथा उस रहस्यमय हवेली की है, जहाँ काला जादू और प्राचीन पंथ के संदिग्ध सुराग छिपे हैं। अजय गोस्वामी, गांव का विश्वसनीय चरवाहा, अचानक गायब हो जाता है और उसके बाद गांव में अजीब और भयावह घटनाएं घटने लगती हैं। कई अनसुलझे सवाल, टूटती दीवारों की तरह टूटी कहानियां, और वह रहस्य जो हवेली के काले अंधेरों में छुपा है, गांव के लोगों को डर और आश्चर्य के दायरे में डाल देते हैं।
मुख्य घटनाक्रम और रहस्य
- अजय गोस्वामी की गुमशुदगी: एक रात अचानक गायब हो जाना, आखिरी बार उस ‘खूनी हवेली’ की ओर जाते देखे जाना।
- हवेली की अफवाहें: काला जादू और अनजाने गीत जो कोई समझ न पाता हो।
- पुलिस जांच: अधूरे सुराग और प्राचीन पंथ से संबंधित दस्तावेज़ों का मिलना।
- गांव में अजीब गतिविधियां: दरवाज़ा चरमराना, पुरानी किताबों का बरामद होना, लोगों का अजीब व्यवहार।
- लाल धुंध और भयावह वातावरण: हवेली के आसपास मंडराती धुंध और जंगल से सुनाई देने वाली अनजान चीखें।
गांव में फैला भय और भविष्य के सवाल
गांव के लोगों की मान्यताओं के अनुसार, उस हवेली में छिपा काला जादू एक पुराने पंथ से जुड़ा हुआ है जो मौत और गायब होने की घटनाओं को नियंत्रित करता है। अजय के दोस्त और अन्य ग्रामीण भी इसी रहस्यमय शक्ति के शिकार होते नजर आते हैं। हाल की घटना में जंगल में देखे गए साये ने इस कहानी को और भी भयावह और रहस्यमय बना दिया है।
- क्या अजय कभी वापस लौट पाएगा?
- क्या हवेली में छिपा हुआ पंथ और जादू केवल अंधविश्वास है या वास्तविकता?
- क्या गांव में घटने वाली घटनाएं किसी भविष्य की चेतावनी हैं?
सारांश: यह कहानी संघर्ष, रहस्य और भय का मिश्रण है जो एक गांव में छिपे काले जादू और प्राचीन पंथ के बारे में है। अजय की गायबगी और हवेली का डरावना माहौल गांव वालों के जीवन को प्रभावित करता है। अभी तक इस राज का कोई समाधान नहीं निकला है, और जो भी इसमें फस चुका है, वह कभी वापस नहीं आया।