
Summary: एक छोटे से गांव में एक युवक देवेंद्र की रहस्यमयी गायब होने की घटना घटित होती है, जो पुरानी मान्यताओं, काले जादू, और अनसुलझे रहस्यों के बीच उलझी हुई है। कुएं के पास हुई घटनाओं ने गांव में भय और उलझन पैदा कर दी है, जिससे कई अजीबोगरीब किस्से उभरते हैं और रहस्य गहराता जाता है।
गांव की रहस्यमयी अधराई धूप
धूप नग्न थी, और गांव की पगडंडियाँ किसी पुरानी गुप्त कहानी को संभाले हुए थीं। खेत मजदूर देवेंद्र तीन महीने पहले पुराने कुएं के पास अचानक गायब हो गया। वह वापस कभी नहीं आया, और उसकी कहानी गांव में एक बड़ा रहस्य बन गई।
देवेंद्र की आखिरी रात और उसके रहस्य
देवेंद्र की आखिरी रात कुछ ज्यादा ही विचित्र थी। उसने गांव के पुराने टैक्सटील व्यवसायी से काले जादू और पुराने पंथ की बातें की थीं। इसके बाद वह कभी नहीं मिला। लोग उसकी मौत या किसी अन्य मुसीबत की बातें करने लगे, लेकिन सच अभी भी अंधकारमय है।
कुएं की प्राचीन शक्ति और अजीब आहटें
- गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि कुएं के नीचे कोई प्राचीन आत्मा या शक्ति बसी है जो इतिहास को उजागर करने वालों को पकड़ लेती है।
- पेड़ों की छाया मेंु अजीब-सी आहटें सुनाई देती हैं जो बेसब्र आवाज़ें मानी जाती हैं।
- रात को कुएं के पास से गुजरते समय एक युवक राजीव ने धुंधले साये और अंधकार की ठंडी बाँहों का अनुभव किया।
देवेंद्र के कपड़ों पर पाए गए चिन्ह
गांव वालों ने बताया कि देवेंद्र के कपड़ों पर अजीब चिन्हों के निशान मिले थे, जो किसी प्राचीन राक्षसी भाषा से मिलते-जुलते थे। पुलिस की जांच के दौरान भी ऐसा लगा जैसे कोई अदृश्य शक्ति मामले से बच रही हो। पृतकालीन चिह्नों ने विवाद और रहस्य को और बढ़ा दिया।
रहस्य का भविष्य और गांव की मान्यताएँ
क्या देवेंद्र सच में एक अनजानी दुनिया में फंसा है? या वह गहरे पंथ के रहस्यों में उलझ गया? गांव के बुजुर्गों का मानना है कि इस रहस्य को उजागर करने की कोशिश करने वाले पर अंधकार के पंख फैल जाते हैं। अभी भी उस खाली मैदान में काले जादू के निशान देखे जा सकते हैं।
अंतिम संकेत
दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराया, सन्नाटा गूंज उठा और चाँदनी के बीच उस कुएं के पास गहरे साये फैल गए। देवेंद्र का साया लौट कर नहीं आया – वह कहीं दफन है या फिर कहीं और?