
Summary: एक छोटे से गांव में एक युवक आदित्य की रहस्यमयी गायबगीरी और एक पुरानी हवेली में दफन काले जादू का अनसुलझा राज़ सामने आता है, जो गांव वालों के दिलों में डर और संदेह की परतें बढ़ाता है।
गांव की पृष्ठभूमि और रहस्य की शुरुआत
कहानी उस छोटे से गांव की है, जो पहाड़ों के बीच, घने जंगलों और पुराने समय की खुशबू से भरी हुई जगह पर बसा है। अक्टूबर के ठंडे दिन थे जब गांव का युवा आदित्य अचानक गायब हो गया। उसकी गुमशुदगी का कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन जंगल के किनारे अजीब निशान और उस का फोन, जिसमें एक अज्ञात मंत्र की आवाज़ रिकॉर्ड थी, मिल गया।
पुरानी हवेली और काले जादू की कहानियाँ
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि सदियों पुरानी एक खंडहर हुई हवेली में काला जादू और शापित राज़ दफन हैं। हवेली की खिड़कियां रात में चमकती हैं और उसके आसपास अजीब सी आवाज़ें सुनाई देती हैं, जो गांव में भय का माहौल बनाती हैं। आदित्य की गायबगीरी ने इस रहस्यमय हवेली की कहानियों को फिर से जीवन दिया।
पुलिस जांच और रहस्यमय सुराग
समय बितने के साथ पुलिस और तकनीकी जांचें असफल रहीं। आदित्य की आखिरी लोकेशन हवेली के आसपास थी। गांव में रात होते ही डर का सन्नाटा छा जाता, और आशाएं खत्म होती चली जातीं, मानो कोई अदृश्य शक्ति सब सुरागों को छुपा रही हो।
गुप्त चिन्ह और पंथ के अनुयायी
कुछ लोगों ने हवेली के नीचे छुपे पंथ के अनुयायियों पर संदेह जताया, जो रात में अजीब रस्में करते थे। हवेली की दीवारों पर मिले गुप्त चिन्ह और पुरानी किताब के मंत्र आजतक समझ से बाहर हैं।
आदित्य का वीडियो और अदृश्य शक्तियों का ताना-बाना
गायब होने से कुछ दिन पहले आदित्य ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें वह हवेली के अंदर जाता दिखाई देता है। अचानक अंधेरा छा जाता है, और दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराता है। तब से आदित्य का कोई पता नहीं है।
अंतिम सवाल और रहस्य
आदित्य की वापसी का कोई पता न लगना, हवेली के रास्ते बंद होना, और गहराते रहस्य गांव में फिर भी संदेह और डर पैदा करते हैं। सवाल है – क्या आदित्य जीवित है या काले जादू की जंजाल में फंसा हुआ है?
यह कहानी केवल एक गायबगीरी की नहीं, बल्कि उस दुनिया की है, जो डर, रहस्य और विश्वास के बीच छुपी हुई है — एक ऐसी आत्मा की, जो लौट कर नहीं आई।