Summary: एक गांव के पुराने जंगल और हवेली में छिपे काले जादू और रहस्यों की कहानी, जिसमें एक युवक, आरव, रहस्यमय तौर पर गायब हो जाता है।
कहानी का प्रारंभ
धुंध से घिरी उस रात, जब होली के रंग भी फीके पड़ गए थे, एक युवा लड़का आरव गांव के किनारे बने पुराने जंगल की ओर चला था। वह एक रहस्य की खोज में निकला था जो सदियों से गांव के बीच दबा हुआ था।
रहस्यमय जंगल और हवेली
गांव वाले कहते थे कि उस जंगल में अजीब आवाजें आती हैं, और जो अंदर जाता है वह वापस नहीं आता। आरव के मन में जिज्ञासा थी, इसलिए वह आगे बढ़ा। उसे एक टूटी-फूटी हवेली दिखाई दी जिसके टूटी खिड़कियाँ और जंग लगे दरवाज़े थे। उसने तय किया कि वह इस हवेली के रहस्य को जानने की कोशिश करेगा।
हवेली के अंदर का अनुभव
अंदर जाकर आरव को ठंडक महसूस हुई, और सभी जगह धूल भरी वीरानी थी। कमरे के बीच एक छोटा तालाब था, जिसमें सफेद फूल तैर रहे थे, जो शायद जादू का निशान थे। दीवार पर कुछ पुरानी लिखावटें थीं, जो काले जादू और एक अनूठे पंथ से जुड़ी थीं।
खतरा और गायब होना
अचानक कमरे का दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया और हवेली में अजीब आवाजें गूंजीं: “वो वापस आएगा।” आरव ने मिट्टी के चिन्हों को छुआ और हवा ने एक कागज गिराया, जिसमें लिखा था, “जो एक बार इस राज़ में फंसता है, उसकी वापसी केवल कहानियों में होती है।” इसके बाद वह गायब हो गया।
हवेली का इतिहास और गांव की चर्चा
यह हवेली एक ऐसे पंथ की जगह थी जो काले जादू और अंधविश्वासों में लिपटा था। पंथ का अंत क्रूर था, लेकिन उनकी आत्मा अब भी हवेली में महसूस की जाती है। आरव के गायब होने के बाद गांव में चर्चा होने लगी कि उसकी आंखों में कुछ बदल गया था। पर उसका असली हाल किसी को पता नहीं चला।
संक्षेप में
यह कहानी एक रहस्यमय घटना का चित्रण करती है जहाँ एक युवक गांव की रहस्यमयी हवेली में फंस जाता है। गांव के पुराने जंगल और हवेली में छिपे काले जादू और प्रेतात्माओं के बीच आरव की वापसी संदिग्ध है। क्या यह सिर्फ एक कहानी है, या गांव के बीच दफन कोई सच्चा राज़ है, यह अनसुलझा रह जाता है।
