गांव की उस सर्द हवा में बसी रहस्यमय कहानी, जिसमे एक युवक मोहन की रहस्यमय गायब होने की घटना शामिल है, हमें पुरानी मान्यताओं और काले जादू के भयानक प्रभावों से रूबरू कराती है। इस कहानी की शुरुआत होती है उस रात से जब मोहन अचानक गायब हो गया और उसके कमरे की हालत बयां करती है उस रात की भयावहता को।
घटना की पृष्ठभूमि
मोहन, जो एक सामान्य किसान था, लेकिन उसके परिवार में पड़ी एक पुरानी मान्यता थी जो काला जादू और प्रेतात्माओं से जुड़ी हुई थी। गायब होने से पहले उसने एक तल्ख़ तहखाने में छुपी हुई पुरानी किताब देखी, जिसमे ऐसे मंत्र थे जिनसे गांव वाले डरते थे।
गायब होने के बाद के घटनाक्रम
अगले दिन उसके अधजले कमरे और चरमराते दरवाज़े ने गांव में अफवाहों को जन्म दिया। कई लोग मानते थे कि मोहन पर काला जादू किया गया है और उसकी आत्मा अभी भी उस हवेली में भटकती है। दूसरी ओर, कुछ का मानना था कि मोहन ने अपनी मौत से बचने के लिए खुद को गायब किया होगा या उसकी हत्या की साजिश रची गई थी।
रहस्य और अंधकार
इस पूरे मिस्ट्री के बीच सवाल उठते हैं:
- क्या मोहन सचमुच वापस लौटेगा?
- क्या वह काला जादू के जाल से आज़ाद हो सकेगा?
- या यह गांव फिर से उस अनदेखे साए के शिकार होगा जो कभी लौट कर नहीं आता?
सारांश: इस रहस्यमयी कहानी में मोहन नामक युवक की गायब होने की घटनाओं को उजागर किया गया है जो कि काले जादू और पुरानी मान्यताओं से घिरी हुई है। गांव के लोग उसके गायब होने के पीछे कई तरह के कारण बताते हैं, लेकिन असली सच अभी तक अंधकार में है। यह कहानी गांव की गहराईयों में छुपे अनसुलझे रहस्यों की ओर इशारा करती है जिनका कोई निश्चित समाधान नहीं निकल पाया है।
