
Summary: एक छोटे गाँव में विनय नामक युवक के लापता होने के बाद गाँव के रहस्यों और काले जादू की परतें खुलती हैं, जो एक पुरानी साज़िश और अनजानी शक्तियों से जुड़ी हैं।
गांव में छाया हुआ रहस्य
अंधेरा धीरे-धीरे उस छोटे से गांव पर छा रहा था, जहाँ हर आंगन में एक दबी हुई कहानी और हर दीवार के पीछे एक छुपा रहस्य था। हवा कुछ ज़्यादा ही सुस बुदबुदा रही थी, जैसे किसी खोई हुई आवाज़ का एहसास हो।
विनय की रहस्यमय ग़ायबाई
यह कहानी है विनय की, एक युवक जो अचानक अपनी छत के नीचे से गायब हो गया। उसकी आखिरी नजर गाँव के सूखे कुएँ पर पड़ी, जो गाँव वालों के लिए डर का विषय था। कहा जाता था कि उस कुएँ की गहराई में पुरानी आत्माएँ निवास करती हैं जो मृतकों को वापिस नहीं जाने देतीं।
कुएँ के पास मिला काला जादू
- विनय के लापता होने के बाद, गाँव में खोजबीन शुरू हुई, लेकिन कुएँ गहराई से घिरा हुआ था।
- कुएँ के पास एक पुरानी, मटमैली किताब मिली, जिस पर गुप्त चिन्ह और अनजानी भाषा में शब्द लिखे थे।
- गांव के बुजुर्गों ने इसे काला जादू मानकर छूना भी मना किया।
अदृश्य शक्तियों का डर
कुछ लोगों ने विनय को उस रात कुएँ के पास एक छायादार आकृति के साथ बात करते हुए देखा था, जैसे उसके सामने कोई अदृश्य ताबीज या तलवार चमक रही हो।
हवेली में मँडराती छाया
गांव की हवेली जहाँ विनय आखिरी बार देखा गया था, वहाँ एक छाया हर समय मंडराती रही। कभी खिड़कियों में झांकती, तो कभी दरवाज़े की चरमराती आवाज़ सुनाई देती।
पुरानी साज़िश और रहस्य
एक रात चंद्रमा की रोशनी में हवेली के भीतर धीमी फुसफुसाहटें सुनाई दीं, मानो कोई पुरानी साज़िश छुपा रहा हो। सवाल रहते हैं कि क्या विनय काले जादू का शिकार था या उसने उस रहस्य की चाबी अपने हाथों में रखी थी।
गांव की गलियों में ये सवाल गूंजते रहते हैं, और लोग डरते हैं कि क्या वह छाया फिर कभी लौटकर नहीं आएगी।