
धुंध से घिरी उस घने जंगल की सीमा पर बसा था वह छोटा सा गांव, जिसका नाम तक़रीबन सब भूल चुके थे। पर वहां के लोगों के लिए वह गांव और उसके आस-पास की जमीन अपने भीतर एक गहरा, थरथराता हुआ राज़ छुपाए हुए थी। समय जैसे रुक सा गया हो, और उन परछाइयों में छुपा हुआ अतीत आज भी किसी शैतानी ताकत की तरह उनके सपनों में सन्नाटा ला देता।
यह कहानी शुरू हुई थी उस दिन जब गांव के पास से एक युवक — अर्जुन — अचानक गायब हो गया। कोई पता नहीं चला कि वह गया कहां; परिवार पूरी रात दरवाज़े पर बैठा इंतज़ार करता रहा, लेकिन अर्जुन की छाया भी लौटकर नहीं आई। उसने जो आखिरी बार कहा था, वह शब्द गांव में आज भी एक सिसकी की तरह गूंजते हैं: “मैं वापस आऊंगा, पर कुछ बदल चुका होगा।”
गायब होने का रहस्य
गायब होने के पीछे था क्या? ग्रामीणों की मान्यता थी कि जंगल के उस पुराने किले के नीचे दफ़न है कोई प्राचीन शक्ति, जो अप्रत्याशित रूप से जाग जाती है। कई बार गांव में फरियाद उठी कि वहां से अजीब आवाजें आती हैं — धीमी धीमी, फिर अचानक तेज़ हँसी। कुछ लड़कों ने कहा था कि उन्होंने वहां रात में पगथलांगियाँ के निशान देखे, जो पक्षी नहीं हो सकते थे।
अर्जुन की खोज के दौरान, पुलिस ने किले में कुछ अजीब निशान दर्ज किए, लेकिन जल्द ही उन्हें रहस्यमय बाधाओं का सामना करना पड़ा। एक अधेरे कमरे में पुलिसवालों के कैमरे में अचानक चमकीली रोशनी और धुंआ सा देखा गया, और वे लोग लगभग पागलों की तरह भाग निकले। गांव वाले कहते हैं कि काले जादू की कोई ताकत वहां छुपी है, जिसे बार-बार मिटाने की कोशिश की गई पर असफलता हाथ लगी।
परछाइयों का पीछा और अजीब घटनाएं
उस रात, जब अर्जुन गायब हुआ, एक बूढ़े ने कहा था कि उसने आगे बढ़ते हुए उसकी छाया देखी, मगर वह छाया तेज़ी से पीछे हट गई। यह पीछा करने वाले कौन थे? क्या अर्जुन खुद ही किसी रहस्यमय खेल का हिस्सा बन गया था?
वक्त के साथ, गांव में छोटे-छोटे हादसे बढ़ने लगे — गायब होती चीजें, अचानक मरते हुए जानवर, और अनजानी बदहवासियां। एक बार तो ख़ुद अर्जुन का परिवार भी यह मान बैठा कि वह अब संभवतः उस गुप्त शक्ति का हिस्सा बन चुका है, जिसे आज तक कोई समझ नहीं पाया।
काला जादू और रहस्यमय पुस्तक
उन दिनों, जंगल की उस जगह पर फिर से एक पुरानी पुस्तक मिली, जिसे ग्राम्य साधु ने “काला जादू” का ग्रंथ कहा। लेकिन उस पुस्तक के अक्षरों को पढने वाला कोई नहीं था, क्योंकि वे तेजी से धुंधलाए और गायब होने लगे। फिर भी, संकेत मिलते रहे — खून की तरह लाल निशान, जो रातों को जमीन पर चमकते।
अर्जुन की वापसी की संभावना
कुछ लोग कहते हैं कि अर्जुन लौटेगा — पर कुछ नहीं बताएगा। जबकि कुछ यह भी मानते हैं कि वह आत्मा बनकर गांव में घूम रही है, सच्चाई कहने को तैयार, पर किसी को उसकी आवाज़ सुनाई नहीं दे रही। वह जो लौट कर नहीं आया, उसके पीछे कहीं गहरे, पुराने और खौफनाक राज़ छुपे हैं, जिन्हें आज तक किसी ने सुलझाया नहीं।
दरवाज़ा धीमे-धीमे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा। क्या यह गांव और उसके रहस्यमय जंगल की कहानी यहीं खत्म होगी? या फिर यह तो सिर्फ़ शुरुआत है? आपको इस कहानी की अगली परतें खोलनी हैं, पर सावधान रहिए, क्योंकि कभी-कभी सच्चाई खुद एक भयावह सपने से कम नहीं होती।
सारांश
एक छोटे से गांव में अर्जुन के रहस्यमय गायब होने की घटना ने वहां के लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित किया है। पुरानी प्राचीन शक्तियां, काला जादू, और अजीब सुराग इस कहानी को और भी अधिक रहस्यमय बनाते हैं। गांव में बढ़ती अजीब घटनाएं और अर्जुन की संभावित वापसी के बीच, यह कहानी एक गहरे, खौफनाक राज़ को उजागर करती है जिसे अब तक कोई सुलझा नहीं पाया।
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