
मध्यप्रदेश के एक छोटे से गांव की पुरानी, जर्जर काली हवेली में एक भयानक रहस्य छिपा है। गांव के युवक अद्वैत की अचानक गायब होने की घटना ने गांव में भूचाल ला दिया। अद्वैत, जो शहर से लौट कर आया था, हवेली में कुछ अजीब संकेत देखने की बात करता था, जिन पर गांव वाले विश्वास नहीं करते थे।
एक तूफानी रात, हवेली से अजीब सी चीखें सुनाई दीं और कुछ युवक वहां गए, लेकिन अद्भुत तरीके से एक छाया गायब हो गई। हवेली में कोई आवाज़ या प्रकाश नहीं था, लेकिन दीवारों पर काला जादू और पुराने पंथों के रहस्यमय संकेत मिले। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि वे पंथ पहले सक्रिय थे, लेकिन बाद में समाप्त हो गए।
गांव में तनाव था कि क्या अद्वैत को काला जादू के माध्यम से फंसा लिया गया है। जंगल में उसके कुछ सामान मिले, पर उसकी कोई पता नहीं चला है। पुलिस जांच भी निष्फल रही। गांववालों को रात में हवा में हँसी और रोशनी जैसे अजीब अनुभव हुए, जिससे डर और भी बढ़ गया।
मौसम में हुए बदलाव जैसे अमावस्या की रात kırmızı चमक की आभा, इस रहस्य को और गहरा बना रही थी। अफवाहें फैल रही थीं कि अद्वैत के गायब होने के पीछे कोई पुराना पंथ सक्रिय है जो मृत्यु और जीवन के बीच की सीमा को तोड़ता है।
अंत में सवाल ये हैं:
- क्या अद्वैत सचमुच उस रहस्यमय अंधकार में फंसा?
- या यह सब एक बड़ी चाल है जिसे कोई अन्य शक्ति चला रही है?
- और उस पर छिपा हुआ भयानक सच क्या है?
काली हवेली का साया अभी भी गांव पर मंडरा रहा है, और यह रहस्य धीरे-धीरे गांववालों की आत्माओं में बैठता जा रहा है।
सारांश
मध्यप्रदेश के एक दूरदराज़ गांव की काली हवेली में गांव के युवक अद्वैत की रहस्यमय गायबगी ने गांव में भय और अफवाहों को जन्म दिया है। हवेली से मिले काले जादू से जुड़े संकेत और पुराने पंथ की मान्यताएँ इस मिस्ट्री को गहरा करती हैं। अद्वैत की अचानक गायबगी के पीछे क्या रहस्य है, या यह सभी केवल पुराने विश्वास और डर का परिणाम है, सवाल अनुत्तरित हैं, और हवेली का डरावना अतीत गांव पर अपनी पकड़ बनाए हुए है।