जर्मनी में आयोजित G20 सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने तकनीकी क्षेत्र में AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के जिम्मेदार उपयोग पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अपराध, डीपफेक्स और आतंकवाद के खिलाफ AI के उपयोग को नियंत्रित और नैतिक सीमाओं के भीतर रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य संदेश
- जिम्मेदार AI उपयोग: प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे AI टूल्स के विकास और उपयोग की अपील की जो समाज के लिए सकारात्मक प्रभाव डालें और अपराध की रोकथाम में मदद करें।
- डीपफेक्स की चुनौती: उन्होंने डीपफेक्स जैसी तकनीकों के दुरुपयोग से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर नियम और नीतियां बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
- आतंकवाद के खिलाफ रणनीति: आतंकवाद को रोकने के लिए AI के प्रभावी इस्तेमाल को एहतियात के साथ अपनाने पर जोर दिया गया।
AI और वैश्विक सुरक्षा
प्रधानमंत्री ने G20 देशों से सहयोग की अपील की कि वे मिलकर AI तकनीकों को इस प्रकार नियंत्रित करें कि वे मानवता के हित में काम करें और सुरक्षा को दुरूपयोग से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि AI विकास के दौरान नैतिकता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
सम्मेलन की प्रमुख उपलब्धियां
- G20 देशों ने AI के क्षेत्र में नैतिक मानकों को स्थापित करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का प्रस्ताव रखा।
- साइबर सुरक्षा और डिजिटल अपराध रोकथाम के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
- पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच संवाद के जरिए AI के सकारात्मक उपयोग को बढ़ावा देने के उपाय सुझाए गए।
