
दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध रैकेट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो निवेशकों को उच्च लाभ का झांसा देकर ₹1.55 करोड़ की शेयर बाजार धोखाधड़ी कर रहे थे। इस मामले में मार्च 2025 में एक आईटी प्रोफेशनल ने भारी आर्थिक नुकसान उठाया।
धोखाधड़ी की प्रकृति
पुलिस जांच में यह पता चला कि आरोपियों ने साइबर तकनीक का उपयोग कर निवेशकों को फंसाया और उन्हें उच्च रिटर्न का लालच दिया। इसका उद्देश्य निवेशकों का भरोसा जीतकर उन्हें वित्तीय रूप से नुकसान पहुँचाना था।
पुलिस कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद, दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और मजबूत किया है। इस रैकेट को तोड़ने में पुलिस ने संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय था।
जांच और आगे की कार्रवाई
मामले की गहन जांच अभी जारी है ताकि और सबूत और संदिग्धों का पता लगाया जा सके। पुलिस जल्द ही इस मामले से जुड़ी और जानकारी जारी करेगी।
मुख्य बिंदु
- तीन अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी गिरफ्तार।
- ₹1.55 करोड़ की धोखाधड़ी का खुलासा।
- शेयर बाजार निवेशकों को फंसाना प्रमुख तरीका।
- साइबर तकनीक का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी।
- पुलिस ने संबंधित एजेंसियों के साथ सहयोग किया।
- जांच अभी भी जारी है।
दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी अनजान स्रोत से निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लेने की सलाह दी जाती है।