
नई दिल्ली में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है, और इसके शिकार बन रहे हैं सामान्य लोग। धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि ने लोगों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। इस प्रकार के अपराधों में तकनीकी कौशल का दुरुपयोग कर लोगों को उनके वित्तीय और व्यक्तिगत डेटा से वंचित किया जा रहा है।
साइबर क्राइम के प्रमुख तरीके
- फिशिंग अटैक: उपयोगकर्ताओं को नकली वेबसाइट्स या ईमेल के माध्यम से गुमराह कर उनकी संवेदनशील जानकारी चुराना।
- मालवेयर और वायरस: कंप्यूटर या मोबाइल में खतरनाक सॉफ्टवेयर डालकर डाटा या धन की चोरी।
- सोशल इंजीनियरिंग: भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक तरीकों से लोगों से जानकारी लेना।
- ऑनलाइन फ्रॉड: नकली ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म या निवेश योजनाओं से ठगी।
लोग कैसे बन रहे हैं शिकार?
अक्सर लोग सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण आसान शिकार बन जाते हैं। उदाहरण के लिए:
- सामान्य पासवर्ड या एक ही पासवर्ड का उपयोग।
- अज्ञात लिंक पर क्लिक करना।
- संदिग्ध ईमेल या मैसेज से मिलने वाली जानकारियों को साझा करना।
- अधिकारिक स्रोतों की जांच किए बिना ऑनलाइन लेनदेन करना।
कैसे बचाव करें
- पासवर्ड को नियमित रूप से बदलें और मजबूत बनाएं।
- दो-चरण प्रमाणीकरण का उपयोग करें।
- संदिग्ध ईमेल और लिंक से सावधान रहें।
- आधिकारिक वेबसाइट्स और ऐप्स से ही ट्रांजेक्शन करें।
- साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाएं।
नई दिल्ली के नागरिकों के लिए यह जरूरी है कि वे साइबर क्राइम से बचने के लिए सतर्क रहें और तकनीकी सहायता लेने से न हिचकिचाएं। इससे न केवल वे खुद की सुरक्षा कर सकेंगे बल्कि साइबर अपराधियों के खिलाफ मजबूत कदम भी उठा सकेंगे।