
पटना में बढ़ती अपराध दर को नियंत्रित करने के लिए पुलिस विभाग ने समुदाय की सक्रिय भागीदारी को अत्यंत महत्वपूर्ण माना है। ADG मुख्यालय ने इस संदर्भ में कई महत्वपूर्ण बिंदु प्रस्तुत किए हैं।
पुलिस और समाज की साझेदारी की आवश्यकता
एडीजी ने बताया कि पूरी शराबबंदी, अवैध शराब और रेत व्यापार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के कारण पुलिस पर हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे स्थिति चुनौतीपूर्ण हो गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए:
- समाज के लोगों का पुलिस के साथ सहयोग आवश्यक है।
- आवश्यक सावधानी बरतते हुए अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
पुलिस की रणनीति और नागरिकों की भूमिका
- समाज और पुलिस का मिलकर काम करना अपराध नियंत्रण के लिए आवश्यक माना गया है।
- सुरक्षा बढ़ाने और अपराधी तत्वों को दबाने के लिए पुलिस ने सख्त कदम उठाए हैं।
- जनता से अनुरोध किया गया है कि वे सतर्क रहें और आगामी सूचनाओं के लिए सजग रहें।
- पुलिस को हर संभव सहयोग प्रदान करें ताकि अपराध पर नियंत्रण पाया जा सके।
संक्षेप में, पुलिस तथा समुदाय की मजबूत भागीदारी से ही पटना में बढ़ती अपराध दर पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। यह पहल न केवल सुरक्षा बढ़ाएगी, बल्कि अपराधी गतिविधियों को भी रोकने में सहायक सिद्ध होगी।