
बांग्लादेश में अपराध की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे देश की कानून व्यवस्था पर भारी संकट गहराता जा रहा है। मानवाधिकार रिपोर्टों और पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि अपराधी गिरोह बेखौफ होकर सक्रिय हैं। कानून-व्यवस्था से जुड़े अधिकारी मानसिक रूप से टूटे हुए और अत्यधिक दबाव में हैं, जिससे जनता असुरक्षित और भयभीत महसूस करती है।
रिपोर्टों में बताया गया है कि सार्वजनिक सुरक्षा व्यवस्था कमजोर होती जा रही है, और आपराधिक तत्वों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। पुलिस बल अपनी सीमाओं से बाहर चल रहे इस चुनौती का सामना करने में असमर्थ हैं। इस स्थिति ने आम लोगों को अपना जीवन और संपत्ति सुरक्षित रखने में कठिनाइयों में डाल दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तत्काल प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो बांग्लादेश में अपराध की यह बढ़ती चुनौती देश के सामाजिक और आर्थिक विकास को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।