मुंबई पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम रैकेट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो शेयर मार्केट में निवेश पर ज्यादा मुनाफे का झूठा वादा कर करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था।
मामले की प्रमुख जानकारी
- मार्च 2025 में एक आईटी पेशेवर ने 1.55 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान झेला, जब वह इस फर्जी स्कीम में फंस गया।
- पुलिस की जांच में पता चला कि यह गिरोह देश और विदेश दोनों में फैला हुआ था।
- गिरोह के सदस्य ऑनलाइन माध्यमों से लोगों को फांसते और फिर उनके पैसे हड़प लेते थे।
- गिरफ्तार आरोपियों से महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत हाथ लगे हैं, जिनसे अन्य साथियों का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजनाएं
मुंबई पुलिस ने बताया कि यह साइबर फ्रॉड रैकेट लंबे समय से सक्रिय था और कई लोगों को अपने जाल में फंसा चुका था। पुलिस ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जांच अभी जारी है और अन्य प्रमुख सदस्यों को पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है।
सारांश
- अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम रैकेट के तीन सदस्य गिरफ्तार।
- शेयर मार्केट की फर्जी स्कीम से लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी।
- डिजिटल सबूतों की मदद से अन्य साथियों की खोज।
- मुंबई पुलिस की इस सफलता से साइबर अपराधों पर लगाम लगाने की उम्मीद।
यह कार्रवाई साइबर अपराधों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है और भविष्य में ऐसे अपराधों से निपटने में मददगार साबित होगी।
