
मैनहैटन की एक अदालत ने हार्वे वेनस्टीन को यौन अपराधों के आरोप में दोषी ठहराया है। कई वर्षों से चले आ रहे इस मामले में यह फैसला सामाजिक और कानूनी जगत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है।
वेणस्टीन पर लगाए गए आरोपों में यौन उत्पीड़न, बलात्कार, और अन्य गैरकानूनी गतिविधियाँ शामिल थीं, जिनका विरोध करने वाली कई महिलाओं ने गवाही दी। इस घटना ने हॉलीवुड समेत विश्वभर में #MeToo आंदोलन को मजबूती दी।
अदालत ने दोष साबित होने के बाद कड़ी सजा सुनाने का संकेत दिया है, जिससे भविष्य में यौन अपराधों के प्रति कानून व्यवस्था और कड़ी हो सकती है।