
वो जो लौट कर नहीं आया एक ऐसे गाँव की कहानी है जहाँ एक युवक, रवि, अचानक रहस्यमय रूप से गायब हो जाता है। इस गायब होने की घटना के पीछे कई तथ्य और अंधविश्वास छुपे हैं, जैसे काला जादू, पुराने मंदिर की रहस्यमय गतिविधियां, और एक जादुई किताब जिसकी कुछ पन्ने कटे हुए मिलते हैं। गाँव के लोग महसूस करते हैं कि रवि अभी भी कहीं उस अंधेरे के घेरे में फंसा हुआ है।
रवि की गायबगी के रहस्य
रवि, जो गाँव का खुशमिजाज युवक था, एक रात बिना किसी संकेत के गायब हो जाता है।
- उसकी घर की खिड़कियां खुली पाई जाती हैं, लेकिन अंदर कोई नहीं होता।
- घर के अंदर एक अजीब काली धुंआ तैर रहा होता है।
- मंदिर में अक्सर काला जादू के अनुष्ठान होते हैं, और वह मंदिर गायब होने की रात खुला था।
गाँव के बुजुर्गों और काला जादू का कनेक्शन
गाँव में प्राचीन मंदिर के आसपास के लोगों का मानना है कि मंदिर में अजीब मंत्रों की आवाजें आती हैं और वहां काला जादू होता है। बुजुर्ग बताते हैं कि रवि उसी काले जादू का शिकार हुआ हो सकता है।
रवि की माँ की बात
रवि की माँ का कहना है कि उन्होंने रवि को कहीं और नहीं जाना, बल्कि वह उस अंधेरे में फंसा हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि रवि के पास एक जादुई किताब थी, जो भटकने वालों को रास्ता दिखाती है।
जांच-पड़ताल और सुराग
- पुलिस ने रवि के घर से नीले और लाल रंग के अजीब निशान बरामद किए।
- रवि की जादुई किताब के कुछ पन्ने कटे हुए मिले।
- किताब के एक पृष्ठ पर खतरा दर्शाने वाला सन्देश लिखा था: “जो भी इसे पढ़ेगा, खो जायेगा।”
गाँव में रहस्यमयी घटनाएं
रिवायतें हैं कि रात में गाँव के लोग अजीब छायाएं, धीमी हँसी और रवि की आहट महसूस करते हैं। कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि वह अभी भी कहीं उस अंधकार में जकड़ा हुआ है।
निष्कर्ष
रवि की गुमशुदगी एक अनसुलझा रहस्य बनी हुई है। काला जादू, पुराना मंदिर, और जादुई किताब की कहानियां इस घटना को और भी रहस्यमय बनाती हैं। क्या रवि सच में किसी शक्तिशाली जादू का शिकार हुआ या यह केवल एक पुरानी कहानी है, इसका जवाब शायद कभी नहीं मिलेगा।
संक्षेप में, यह कहानी गाँव की पुरानी कहानियों, अंधविश्वास और रहस्यों का सम्मिश्रण है जो पाठकों को सोचने पर मजबूर कर देती है कि आखिरकार सच्चाई क्या है।