
अंधेरा धीरे-धीरे उस छोटे से गाँव के हर नुक्कड़ को गले लगा रहा था, जहाँ लोग अपनी दुनिया की सारी हलचल से दूर, पुराने किस्सों और लीक से हटकर हो रही घटनाओं के बीच जीते थे। गाँव के बाहर बुजुर्गों की कहानियों में अक्सर एक नाम गूंजता — रौशनी, जो एक युग पहले अचानक ग़ायब हो गया था। उसका अंतिम पता था एक पुरानी हवेली, जो आज भी अपने झुर्रियों में बने सपनों और डरावने सच को छुपाए हुए है। यह कहानी है उसी रहस्यमय घटना की, जिसने गाँव को सन्नाटा दे दिया।
रौशनी का रहस्यमय गायब होना
साल था 1998, जब रौशनी आख़िरी बार गाँव में दिखा। वह एक साधारण किसान था, जिसे कोई नहीं जानता था कि उसके अंदर कितना अंधेरा छुपा है। लेकिन उसके गायब होने के दौरान गाँव में अजीब चीजें होने लगीं — कुत्तों की अनियंत्रित भौंक, दरवाज़े का चरमराना, और हवेली के भीतर से गूंजती अनजानी आवाज़ें।
काला जादू और आत्माओं की कहानी
गाँव वाले कहते हैं कि रौशनी जो लौट कर नहीं आया, बल्कि उस रात उसकी आत्मा कहीं फँस गई। हवेली के अँधेरे कमरे में एक पुरानी किताब मिली, जिसमें काला जादू और पंथों के संकेत थे। लोगों की मान्यता थी कि रौशनी ने उस किताब की मदद से मृतकों से संवाद करने की कोशिश की थी, पर शायद वह दुष्ट शक्तियों के जाल में फँस गया।
भटकती आत्मा के प्रमाण
- कभी-कभी हवेली की खिड़कियाँ अपने आप खुल जाती हैं।
- आसपास डरावनी आवाज़ें सुनाई देती हैं।
- गाँव के बच्चे रौशनी की आकृति को गलियों में भटकते देखते हैं।
- अचानक धुंध में वह आकृति गायब हो जाती है।
ताबूत और रहस्यमय वस्तुएं
रहस्यमय घटनाएं इतनी बढ़ गईं कि गाँव के कुछ लोगों ने हवेली के बाहर एक ताबूत पाया, जिसमें जड़ी-बूटियों और अनजान प्रतीकों से भरी वस्तुएं थीं। वहाँ के बुजुर्गों की शक की निगाहें रौशनी के करीबी पर थी, जो उस वक्त निश्चित तौर पर कुछ छुपा रहे थे।
पुलिस जांच और निष्कर्ष
रहस्य की तह तक पहुँचने के लिए कई बार पुलिस जांच हुई, पर कभी कोई ठोस सबूत नहीं मिला। हवेली पर ताला और जैतून के पौधे रहस्यमय ढंग से सूखने लगे, मानो वहाँ कुछ ज़िन्दा नहीं रहना चाहता।
अंतिम सोच
आज भी उस रात की हवा में एक अजीब सी ठंडक है, जो हर आने वाले को अपना शिकार बनाने का इंतजार करती है। शायद रौशनी का काला जादू अब भी उस हवेली के भीतर बंद है, और जो भी उसे खोलने की कोशिश करता है, वह कभी वापस नहीं आता। दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा।
क्या रौशनी सच में मर चुका था या वह एक ऐसी आत्मा बन गया जिसने हमारे बीच एक खौफनाक राज छुपा रखा है? क्या काला जादू ही उसकी गुमशुदगी का कारण था? या फिर कुछ और भी है जो इस छाये साये के पीछे छुपा है? जवाब शायद कभी नहीं मिलेगा, पर यह कहानी हमारे दिमाग को उस अंधेरे में खींच ले जाती है जहाँ भय, शक और रहस्य एक साथ बसते हैं।
आप क्या सोचते हैं? क्या वह जो लौट कर नहीं आया, कभी वापस आएगा? या रहस्यों का वो साया यूँ ही गाँव के आकाश में मंडराता रहेगा?
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सारांश
यह कहानी एक छोटे गाँव की पुरानी हवेली में गुमशुदा रौशनी की रहस्यमय कहानी बताती है, जिसमें काला जादू और आत्माओं की गूँज है। रौशनी की आत्मा भटकती रहती है, और हवेली में अजीब घटनाएँ होती हैं जो गाँव वालों के लिए भय और रहस्य का कारण बनी हैं।