
उत्तर प्रदेश के एक छोटे गांव में अर्जुन नाम के युवक की रहस्यमय मौत एक अंधेरे और अनसुलझे राज़ को जन्म देती है। गांव के बीचोंबीच बंजर खेत में पाया गया उसका शव, उसके साथ मिला ताबीज, मिट्टी में जमी रक्त की बूंदें, और एक गुप्त संदेश ऐसे संकेत हैं जो एक खौफनाक पंथ और काले जादू की गूँज करते हैं।
गांव वाले उस काली झरने के आसपास जाने से डरते हैं, जहां से अजीब आवाजें आती हैं। अर्जुन की बहन की सुनाई गयी असहनीय आवाज़ें और ताबीज पर छुपा अभिशाप इस घटना की रहस्यमयता को और बढ़ाते हैं। पुलिस जांच के बावजूद कोई ठोस सुराग नहीं मिला, जिससे यह मामला और भी पेचीदा बन गया।
मुख्य तथ्य और रहस्य
- अर्जुन की मौत: नकाबपोश हत्या या किसी अलौकिक शक्ति का खेल?
- काला जादू और पंथ: गांव के लोगों में व्याप्त डर और अज्ञात शक्तियों का संदेह।
- रहस्यमय ताबीज: पुरानी भाषा में लिखे अभिशाप के संकेत।
- गांव में विकट घटनाएं: अजीब रोशनी, ठंडी हवाएं, और अज्ञात फुसफुसाहटें।
- अंधकारमय हवेली: अनसुलझे राज़ों का केंद्र बिंदु।
इस कहानी में एक गहरा सस्पेंस छिपा है जो सिर्फ़ हत्या तक सीमित नहीं लगता, बल्कि एक रहस्यमय घटना का हिस्सा प्रतीत होता है। अर्जुन की वापसी न होने वाली कहानी आज भी उस गांव में डर और सन्नाटे का माहौल बनाती है।
सारांश: उत्तर प्रदेश के गांव में अर्जुन की रहस्यमय मौत और उससे जुड़ा काला जादू और पंथ का अनसुलझा रहस्य हजारों सवाल खड़े करता है। यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक अंधेरे और डरावनी दुनिया की झलक है, जिसे समझना आसान नहीं।