दिल्ली में आयोजित G20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जिम्मेदार और सुरक्षित उपयोग पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि AI का दुरुपयोग अपराध, डीपफेक्स (फर्जी वीडियो) और आतंकवाद से निपटने में कितना खतरनाक हो सकता है। इस संदर्भ में, पीएम मोदी ने विश्व के सभी देशों से अपील की कि वे इस तकनीक के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए कड़ी वैश्विक नियमावली बनाएँ।
PM मोदी के संदेश के प्रमुख बिंदु
- AI का दुरुपयोग अपराध और आतंकवाद को बढ़ावा दे सकता है।
- भारत ने AI और डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहलें की हैं।
- AI केवल तकनीकी विकास नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा और नैतिक जिम्मेदारी का विषय है।
- सभी देशों को मिलकर वैश्विक स्तर पर एक साझा नीति बनानी होगी।
- जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से AI के सही उपयोग को बढ़ावा देना जरूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन में भारत की प्रगति उदाहरण स्वरूप प्रस्तुत की और बताया कि कैसे नई तकनीकों के माध्यम से अपराधों और आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि AI का सही और नैतिक इस्तेमाल मानवता के लिए लाभकारी होगा।
इस प्रकार, दिल्ली में हुए G20 सम्मेलन में पीएम मोदी का यह संदेश दुनिया भर के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा निर्देश है कि AI तकनीक के विकास के साथ-साथ इसके जिम्मेदार और सुरक्षित उपयोग को भी प्राथमिकता देनी होगी।
