यह कहानी एक छोटे से गांव की है, जहां हर घर में छुपे हैं अपने-अपने राज़ और अनकहे किस्से। उस गांव में दस साल पहले हुई एक रहस्यमयी घटना ने पूरे समुदाय को सदमे में डाल दिया था। एक दिन, धुंधली सुबह के वक्त, एक बच्चा अचानक से गांव की गलियों से गायब हो गया। नाम था उसका आरव। उम्र छोटी, पर उसकी कहानी बड़ी थी।
आरव की गायब होने की खबर जैसे बिजली की तरह फैल गई। लेकिन सबसे डरावनी बात यह थी कि वह कहीं कोई फुसफुसाहट, कोई आहट नहीं छोड़ कर गया था। पूरा गांव खोज-बीन में लग गया; जंगल, खेत, घर के कोने-कोने, पर कोई सुराग नहीं मिला।
जैसे-जैसे दिन बीते, रहस्य और गहरा होता गया। गांव वालों ने धीरे-धीरे अजीबोगरीब किस्से सुनाने शुरू कर दिए। वे कहते थे कि गायब होने के दिन से गांव के कुछ लोग एक पुरानी हवेली के आस-पास अजीब हरकतें कर रहे थे। हवेली, जो वर्षों से वीरान पड़ी थी, उसके भीतर से धीमी-धीमी आवाजें आने लगीं थीं।
कुछ लोगों ने देखा कि हवेली के खिड़की के काँच पर अजीब चिह्न उभर आए थे, मानो कोई पागल संकेत। बच्चे आरव के माता-पिता के अनुसार, उनके बेटे का व्यवहार गायब होने से पहले कुछ बदला हुआ था। उसकी बातें अब अजीब और तड़क-भड़क वाली थीं, जैसे वह किसी अदृश्य शक्ति से प्रभावित हो रहा हो।
इस बीच, गांव में अफवाहें फैलने लगीं कि हवेली में काला जादू होता है। रात में वहां से गाने गूँजते हैं, और जमीन के नीचे कुछ दफन है, जो शायद आरव की कुंडली थी। एक बूढ़े जादूगर ने कहा कि वह हवेली प्राचीन पंथ और रहस्यमयी शक्तियों से जुड़ी है, जहां अनजाने दरवाज़े खुले हैं।
सवाल यह था कि क्या आरव के गायब होने के पीछे सच में कोई अलौकिक वजह हो सकती है? या फिर यह सब एक सुनियोजित हत्या और झूठ का जाल था, जिसे गांव के लोग मौत से भी ज्यादा डरते हैं खोलने से?
घटते रहस्यों में एक और twist आया जब गांव के एक युवक ने बताया कि उसने हवेली के भीतर से एक गुमसुम बच्ची की आवाज सुनी है, जो आरव जैसी लगती थी। वह आवाज धीरे-धीरे खो गई, लेकिन उसका साया अभी भी हवेली की दीवारों पर मंडरा रहा था।
किसी को पता नहीं चला कि आरव आखिर कहां खो गया। कोई शव नहीं मिला, कोई निशान नहीं, बस एक खुला रहस्य। गांव वाले अब भी उस रहस्मयी हवेली को छूने से डरते हैं, और आरव की यादें उनके दिलों में एक ऐसे साए की तरह हैं, जो कभी दूर नहीं हुआ।
दरवाज़ा धीमे-धीमे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा। क्या यही सारा सच था, या बस एक छलावा? शायद रहस्यों की यह गूंज कभी खत्म न होगी।
सारांश
आरव नामक एक बच्चे का दस साल पहले एक छोटे से गांव में रहस्यमय तरीके से गायब हो जाना इस कहानी की केंद्रीय घटना है। गांव वालों की कथाओं और हवेली के आसपास के अजीब प्रभावों से जुड़ी यह कहानी अलौकिक शक्तियों, काला जादू, और हत्या के इर्द-गिर्द घूमती है। गायब बच्चे की आवाज़ और अस्तित्व की अनसुलझी गुत्थी आज भी गांव में एक डरावने साये की तरह बनी हुई है।
