गांधीनगर के पुलिस मुख्यालय में आर्थिक अपराध शाखा (EOW), CID क्राइम के अंदर रिश्वतखोरी के आरोपों और शिकायतों के निपटान में देरी को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। राज्य मॉनिटरिंग सेल की एक अनपेक्षित जांच के बाद यह मामला प्रकाश में आया। जांच में आरोप लगे हैं कि EOW के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाही और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
इस मामले को लेकर गुजरात गृह विभाग ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
- शीर्ष पुलिस अधिकारियों को तलब किया गया ताकि मामले की गंभीरता से जांच की जा सके।
- कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
- पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार जैसी किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह मामला गुजरात पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है और आम जनता के विश्वास को प्रभावित करता है।
राज्य सरकार ने इस मामले की त्वरित जांच के निर्देश दिए हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगे की जांच में क्या खुलासे होते हैं और किन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
