
भारत समेत पूरी दुनिया में हॉरर और क्राइम फिल्मों का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। मनोविज्ञान के अनुसार, लोग इन फिल्मों को 9 मुख्य कारणों से पसंद करते हैं।
हॉरर और क्राइम फिल्मों को पसंद करने के कारण
- ये फिल्में हमें डर का अनुभव कराती हैं, जिससे मस्तिष्क में एड्रेनालाईन की मात्रा बढ़ती है और हम रोमांच महसूस करते हैं।
- कहानियां हमारी जिज्ञासा को बढ़ाती हैं क्योंकि हम अपराध की सच्चाई जानना चाहते हैं।
- ये फिल्में हमारे मनोवैज्ञानिक खतरों का सामना कराती हैं, जिससे हम अपनी हिम्मत को परखते हैं।
- सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों को दर्शाती हैं, जो दर्शकों को जोड़ती हैं।
- अपराध की जांच और रहस्यों को सुलझाने की प्रक्रिया होती है, जो दिमाग को सक्रिय रखती है।
- हमारी कल्पना शक्ति को बढ़ावा देती हैं।
- हमें वास्तविकता से एक ब्रेक देती हैं।
- हमें भावनात्मक रूप से जोड़ती हैं, जैसे भय, तनाव और राहत।
- अक्सर न्याय की जीत होती है, जो दर्शकों को सुकून देती है।
इसलिए, चाहे आप भारत में हों या कहीं और, हॉरर और क्राइम फिल्मों का मजा लेने के ये मनोवैज्ञानिक कारण हैं जो इन्हें बेहद लोकप्रिय बनाते हैं।
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