
कोहरे की एक ठंडी चादर तले बसा वह छोटा सा गांव, जहां हर शाम गूँजती थी अनकही दास्तां। यह कहानी है एक ऐसे युवक की, जो रहस्यमय तरीके से गायब हो गया और फिर लौट कर कभी वापस नहीं आया। उस रात के बाद गांव में कुछ बदल गया, एक अजीब सी खामोशी और डरावना सन्नाटा छा गया।
कहते हैं, वह युवक अक्सर नदी के किनारे अकेले बैठा करता था, उसकी नजरें कहीं दूर अंधेरे में खो जातीं। गाँव वाले कहते हैं उसने काला जादू का सहारा लिया था, एक प्राचीन किताब जो उसे शक्ति देने के साथ एक खतरनाक रहस्यमय दुनिया में खींच गई। उस पुस्तक में छिपे थे ऐसे मंत्र जो किसी के भी भाग्य को पलट सकते थे, लेकिन कीमत चुकाना भी उसी के काबिल थी।
गायब होने से पहले युवक के व्यवहार में बदलाव साफ नजर आता था। उसकी आँखों में एक अज्ञात भय और मन में ज्यों कोई दीवार गिर्द थी। गांव के बुजुर्ग कहते हैं कि उसके घर के पीछे एक पुरानी हवेली है, जहां रात को अजीब आवाजें आती थीं, मानो कोई आत्मा उसकी निराशा का गीत गा रही हो।
उस रात, जब पूरा गांव सो रहा था, केवल तारे ही आसमान में सुलग रहे थे, युवक अचानक से घर से बाहर निकला। दरवाजा धीमे-धीमे चरमराया… और सन्नाटा गूंज उठा। उसके बाद उसे कोई नहीं देख पाया। रात की ठंडी हवा में उसकी चीखें गुमसुम पर्वतों के बीच कहीं खो गईं।
पुलिस ने खोजबीन की, पर कोई सुराग हाथ नहीं लगा। कुछ दिनों बाद कुछ ग्रामीणों ने हवेली के पास जमीन में ताजा मिट्टी देखी, मानो कोई दबा हो। वहां से मिले काले निशान और आधे जले हुए कागज, जिसने यह संकेत दिया कि ये सिर्फ एक सामान्य गायब होना नहीं था।
वह गांव जिसे पहले लोग छोड़ने से डरते थे, अब धीरे-धीरे वीरान होता जा रहा था। लोगों ने राज़ को छुपाने की कोशिश की, लेकिन गांव के एक वृद्ध ने बताया कि युवक ने खुद उस दलदल की ओर कदम बढ़ाया था जिससे वह शायद कभी वापस न आ सके।
क्या वाकई वह काला जादू था जिसने उसे अपने शिकंजे में जकड़ा? या फिर उसकी आत्मा कहीं उस हवेली की स्याही दीवारों के भीतर कैद है? क्या वह सच में मर गया, या कहीं और छिप गया?
यह कहानी अंतहीन सवालों और रहस्यों से भरी हुई है, जो आज भी उस गांव की धड़कनों में बसती है। हर किसी की जुबां पर बस एक ही बात — “वो जो लौट कर कभी नहीं आया।”
सारांश
यह कहानी एक छोटे गांव के एक रहस्यमय युवक की है, जो काला जादू और एक पुरानी हवेली के बीच में गुम हो गया और फिर कभी वापस नहीं आया। उसकी अचानक गायब होने से गांव की माहौल में भय और शांति का वासी सन्नाटा फैल गया। पुलिस खोज में नाकाम रही, और गांव में रहस्य आज भी छुपा हुआ है। यह कहानी उस रहस्य को उजागर करती है जिसे शायद ही कोई समझ पाया हो।