
Summary: यह कहानी एक गांव की पुरानी हवेली और एक रहस्यमयी लड़की के गायब होने पर आधारित है, जिसमें काले जादू और अंधकारमय रहस्यों का साया है। गांव में फैला डर और अनजान शक्तियां इस गुत्थी को और भी भयावह बनाती हैं।
गांव का सन्नाटा और पुरानी हवेली
धुंध भरे उस सर्द सवेरे, जब सूरज की पहली किरणें पेड़ों के पीछे छुपी थी, पूरे इलाके में एक गूढ़ सन्नाटा छाया हुआ था। पुराने मकान की दीवारें उस वक्त की गुत्थी बता रही थीं। गांव के बुजुर्ग उस हवेली से दूर रहने की सलाह देते थे, क्योंकि वहां दशकों पहले हुई एक रहस्यमयी हत्या ने डर के बीज बो दिए थे। हवेली की खिड़कियों से झांकने वाला ठंडा अंधेरा किसी साये की तरह घाटे में छाया रहता था।
गायब लड़की और काला जादू
दो महीने पहले गांव की एक लड़की अचानक गायब हो गई। सभी का नाम उसकी जुबान पर था, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। लोग मानते थे कि गायब होने में काला जादू शामिल हो सकता है। कुछ युवकों ने हवेली के अंदर से अजीब आवाजें सुनी थीं, पर पुलिस को केवल खामोशी मिली।
हवेली का खतरनाक राज़
हवेली के पुराने दस्तावेजों में एक किताब मिली, जिसमें काला जादू के मंत्र थे। कई गवाह बताते हैं कि उस किताब का पीछा करने वाले कई लोग गांव छोड़ चुके हैं। किताब में लिखा था: “वह जो यहां आए, वह कभी लौटकर नहीं जाएगा।” यह वाक्य गांव के अंधेरे रहस्यों की गवाही देता था।
डरता हुआ गांव और अजीब घटनाएं
लड़की का कोई पता नहीं चला और गांव में डर गहराता गया। बुजुर्ग बताते हैं कि हवेली से रात के समय अजीब रोशनी निकलती है, जो किसी दूसरी दुनिया की प्रतीत होती है। हवेली के परिवार ने काले जादू से इनकार किया, लेकिन अनजाने डर को छुपा नहीं सके।
रहस्य भरी रातें और अनसुलझी गुत्थी
रात के सन्नाटे में नगाड़ों जैसी आवाजें गूंजती हैं, मानो किसी अज्ञात शक्ति का बुलावा हो। उस साए की परछाईं के बीच, सवाल बना रहता है कि वह लड़की सचमुच गायब हुई या हवेली के रहस्यों में खो गई। अंत में, दरवाज़ा चरमरा गया और सन्नाटा गूंज उठा।