
नई दिल्ली में हाल ही में साइबर अपराध का एक नया और बड़ा जाल फैला है, जिसने कई लोगों को शिकार बनाया है। इस जाल के तहत अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा चुरा रहे हैं।
कैसे बनते हैं शिकार?
आमतौर पर, अपराधी लोगों को सोशल मीडिया, फेक कॉल्स, और फिशिंग ईमेल के माध्यम से टारगेट करते हैं। वे झूठी वेबसाइट्स और ऐप्स का सहारा लेकर यूजर्स को धोखा देते हैं।
सावधानी के उपाय
- कभी भी अनजान कॉल या मैसेज में भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें।
- अपने ऑनलाइन अकाउंट्स के लिए मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें।
- दो-कारक प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) को सक्रिय रखें।
- संदेहास्पद वेबसाइट्स या ईमेल को तुरंत रिपोर्ट करें।
सरकार की पहल
सरकार ने साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें साइबर क्राइम सेल्स का गठन, जागरूकता अभियान और कानूनों का सख्ती से पालन शामिल है।
सभी नागरिकों को सावधानी बरतने और साइबर सुरक्षा के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है ताकि वे इस बड़े जोखिम से सुरक्षित रह सकें।