
यह कहानी एक छोटे गांव में अर्जुन की रहस्यमयी गायब होने की घटना के इर्द-गिर्द घूमती है। रात के सन्नाटे में हर घर की खिड़कियाँ बंद हो जाती हैं, लेकिन इस बार हवाओं के बीच अजीब, भयावह संगीत सुनाई देता है। अर्जुन का कमरे की खुली खिड़की और उसके गायब होने से गांव में डर और अफवाहें फैल जाती हैं।
घटना की शुरुआत और रहस्यमय लक्षण
गांव के लोगों ने अर्जुन के घर के बाहर तेज़ रोशनी, चीख़-पुकार, और मदद की आवाजें सुनी थीं। अर्जुन के व्यवहार में अचानक बदलाव आया था—वह बेसब्र और अकेला रहने लगा था और पुराने मंत्रों का जाप करता पाया गया। कुछ लोगों ने उसकी आंखों में असाधारण चमक देखी, जो किसी मानव की नहीं लगती थी।
पुरानी हवेली और काला जादू
घटना के साथ ही गांव का पुराना इतिहास उजागर हुआ, जिसमें एक प्राचीन हवेली का काला जादू से जुड़ा हुआ उल्लेख था। कहा जाता था कि उस हवेली में छुपे हुए काले जादू ने कई लोगों की ज़िंदगियाँ निगल ली हैं। हवेली से निकलती अजीब रोशनी और भयावह चीखें गांव वालों को असहज कर देती थीं।
जांच और भय का वातावरण
नगर प्रशासन की जांच के बावजूद कोई ठोस सुराग नहीं मिला, बल्कि जांच दल के सदस्यों के साथ भी अजीब दुर्घटनाएं होने लगीं। गांव में काला जादू और अंधविश्वास का जाल इतना गहरा गया कि लोग खुल कर बात करने से डरने लगे।
अर्जुन की अंतिम खोज और परिणाम
अर्जुन के अंतिम दिनों के दस्तावेज़ों में हवेली से संबंधित सूचनाएँ मिलीं। सवाल यह उठता है कि क्या अर्जुन ने उस हवेली में कदम रखा था, और क्या उसे वापस लौटने की अनुमति मिली? तब से वह गायब है और उसके लौटने के कोई प्रमाण नहीं मिले।
परिणाम और अफवाहें
अर्जुन की आत्मा के होने की अफवाहें पूरे गांव में फैल गई हैं। कुछ का मानना है कि वह काले जादू के जाल में फंसा हुआ है या जीवन और मृत्यु के बीच कहीं अटका हुआ है। गांव के बीच यह एक बड़ा रहस्य और भय बना हुआ है।
सारांश: यह कहानी एक छोटे गांव में अर्जुन की रहस्यमयी गायब होने की घटना के माध्यम से काले जादू, प्राचीन हवेली, और अंधविश्वास के कुहासे को उजागर करती है। गांव में फैले भय, अजीब घटनाएँ, और जांच की विफलता इस कहानी को और भी गहरा और रहस्यमय बनाती हैं। आखिरकार यह कहानी इस सवाल पर समाप्त होती है कि क्या अर्जुन वास्तव में गायब है या वह अभी भी हमारे बीच किसी छिपे हुए साये के रूप में मौजूद है।