
Summary: एक गाँव की पुरानी हवेली में छिपे रहस्यों और गायब होती युवकों की कहानी, जिसमें काला जादू और भयानक साया सभी को दहशत में डाल देता है।
घटना का प्रारंभ
किसी भी सुरम्य गाँव की तरह, जहाँ हर कोने के पीछे एक कहानी होती है, उस साँझ भी कुछ ऐसी ही घटना हुई। घने अंधेरे में, जब ठंडी हवा पेड़ों की शाखाओं से टकरा रही थी, तभी एक मूक चीख सुनाई दी — इतनी भयानक कि गाँव की हवाएँ भी थम गईं।
पुरानी हवेली की रहस्यमयी गतिविधियाँ
यह घटना वर्षा के मौसम में हुई, जब बूंदें अनजाने गुस्से से गिर रही थीं। गाँव के बीचों-बीच एक पुरानी हवेली थी, जिसमें वर्षों पहले एक पतझड़ की रात हत्या हुई थी। उस हत्या का रहस्य अभी तक नहीं सुलझा था। उस रात, युवाओं ने वहां अजीब आवाजें सुनीं और साहस करके अंदर गए।
हवेली के अंदर का मंजर
दरवाजा चरमरा रहा था और भीतर का सन्नाटा किसी गहरी साजिश का साक्षी लग रहा था। दीवारों पर जमी कालिख में अजीब निशान थे, जिन्हें प्रकाश भी मिटा न सका। अचानक एक पुरानी पुस्तक मिली, जिसमें काले जादू व पंथ संबंधी संकेत थे। बुजुर्ग मानते थे कि इन रहस्यों को मीडिया से छुपाया गया था।
युवक की रहस्यमयी गायब होना
जैसे-जैसे कहानी बढ़ी, एक युवा अचानक गायब हो गया। उसकी खोज में कोई सुराग नहीं मिला। गाँव में यह माना जाने लगा कि हवेली के अंदर छिपा कोई अलौकिक साया उसे निगल चुका है, जो लौटता नहीं। इसके बाद गाँव में और अजीब घटनाएँ होने लगीं।
अजीब घटनाएँ और काला जादू
रात में पेड़ों के बीच साएं घूमने लगीं और ऊँची आवाज़ें सुनाई दीं। लोगों ने माना कि हवेली में काला जादू सक्रिय है जो लोगों को अपने जाल में फंसा लेता है।
अधिक गुप्त रहस्य और अनसुलझे सवाल
हवेली से दस्तावेज और साक्ष्य मिले, जिनमें सच और झूठ की सीमाएं धुंधली थीं। सवाल ये थे:
- वे निशान कौन छोड़ता रहा?
- क्या कोई अधिभौतिक शक्ति कार्यरत थी?
- क्या यह सब एक बड़ा धोखा था?
गाँव के अपने लोग भी शक के घेरे में थे। हवेली का राज अभी भी खुला था।
क्या होगा अगला?
दरवाज़ा अभी भी चरमराता है, सन्नाटा गूँजता है, और वह इंतजार करता है — काली छाया का या उस खोई हुई आत्मा का, जो वापस लौटने को बेताब है।
यह कहानी अभी पूरी नहीं हुई है। ऐसी ही रहस्यमयी कहानियों के लिए जुड़े रहिए DEEP DIVES के साथ।