
अमरपुरा गाँव में एक युवक की रहस्यमयी गायब होने की घटना ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया है। २२ वर्षीय चंदन, जो निडर और मददगार था, एक रात खेत के किनारे पेड़ों के पास अचानक गायब हो गया। पुलिस की खोजबीन और सर्च ऑपरेशन के बावजूद उसे कोई सुराग नहीं मिला, केवल खेत के बीचोबीच मिले एक निशान लगे पत्थर पर उकेरे गए शब्द “जो देखेगा सच्चाई, खोएगा सब कुछ” ने इस रहस्य को और गहरा कर दिया।
गांव के पुराने इतिहास में एक पंथ का ज़िक्र है जो काला जादू और जादुई अनुष्ठानों से जुड़ा है। इसके कारण कई लोगों ने उस क्षेत्र में रहस्यमयी रोशनी, आवाज़ें और परछाइयां देखी हैं। स्थानीय पुजारी ने भी इस जगह की काली शक्तियों की पुष्टि की है, बतलाते हुए कि वहां जाने वालों की वापसी नामुमकिन है।
इस घटना के बाद पूरा गांव तनाव में आ गया है और पुराने विश्वास, काले जादू तथा प्राचीन हवेली के रहस्यों ने कहानी को उलझा दिया है। चंदन की आखिरी मोबाइल लोकेशन भी उसी खेत में मिली, पर फोन में कोई कॉल या मैसेज नहीं था, जिससे यह विवाद और बढ़ गया कि यह गायब होना वास्तव में काला जादू का प्रभाव है या कुछ और।
मुख्य बिंदु:
- चंदन की रहस्यमयी गायबगी: एक युवक जो फिर कभी लौट कर नहीं आया।
- पुराना पंथ और काला जादू: अमरपुरा गांव की प्राचीन मान्यताएं और काले जादू से जुड़ी घटनाएं।
- रहस्यमयी हवेली के खंडर: जहां से सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती और अजीबोगरीब आवाज़ें सुनाई देती हैं।
- निशान लगा पत्थर: जिस पर लिखा है कि सच्चाई देखने वाला सब कुछ खो देगा।
- गांव की पुरानी और नई पीढ़ी के बीच अंतर: बुजुर्ग सच छुपा रहे हैं और जवान डर के साये में जीवन बिताते हैं।
सारांश: अमरपुरा गांव की ये कहानी न केवल एक युवक की रहस्यमयी गायबगी की दास्तान है, बल्कि उस गांव में पनप रही काले जादू और पुराने पंथ की दफन सच्चाइयों का एक पेचिदा रहस्य भी है। चंदन की कहानी अभी भी अनसुलझी है और यह रहस्य गांव के लोगों के लिए एक बड़ा सवाल बना हुआ है।